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    UP BEd Result 2025 OUT: यूपी बीएड रिजल्ट जारी, मार्कशीट ऐसे डाउनलोड करें @bujhansi.ac.in

    UP BEd Result 2025 OUT: जितने भी उम्मीदवार जो उत्तर प्रदेश B.Ed Joint Entrance परीक्षा 2025 में शामिल हुए थें, उनके लिए महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने बीएड 2025 प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट को जारी कर दिया है। जितने भी छात्र जो इस परीक्षा में शामिल थें वह इसके ऑफिसियल वेबसाइट bujhansi.ac.in पर जाकर अपना अपना परिणाम को चेक कर सकतें हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की परीक्षा 01 जून 2025 को आयोजित हुआ था जिसका रिजल्ट 16 जून 2025 को आ गया।

    UP BEd Result 2025 OUT: Overview

    DetailsInformation
    OrganizationInstitution Bundelkhand University, Jhansi
    Exam NameUttar Pradesh B.Ed Joint Entrance Exam 2025
    Total Students3 Lakhs+
    SyllabusB.Ed Course
    Exam Date1 June 2025
    Result Release Date16 June 2025
    Passing MarksGEN/OBC:- 200
    SC/ST:- 180
    Official Websitebujhansi.ac.in

    UP BEd Result 2025- चेक कैसे करें

    जिन भी उम्मीदवारों को उत्तर प्रदेश बीएड JEE 2025 का परिणाम देखने नहीं आ रहा है नीचे दिए गए सारे स्टेप्स को ध्यानपूर्वक फॉलो करें:

    • सबसे पहले आपको बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।bujhansi.ac.in
    • होम पेज पर आपको “यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2025” का लिंक मिलेगा उस पर क्लिक करें।
    • क्लिक करते ही नया पेज पर आपको “डाउनलोड स्कोरकार्ड” का विकल्प दिखेगा उस पर क्लिक करें।
    • क्लिक करते ही अब आपको यूजर आईडी और पासवर्ड सब ध्यान पूर्वक दर्ज करके लॉगिन पर क्लिक करना है।
    • लॉगिन पर क्लिक करते ही नए पेज पर आपका स्कोर कार्ड ओपन हो जाएगा।
    • आपसे अनुरोध है कि स्कोर कार्ड चेक करने के बाद
    • उसको डाउनलोड करके प्रिंट निकालना ना भूले भविष्य में काफी काम आएगा।

    यूपी बीएड परीक्षा न्यूनतम पासिंग मार्क्स

    जितने भी उम्मीदवार जो इस परीक्षा में शामिल हुए थें उनके मन में एक सवाल जरूर होगा की इस बीएड परीक्षा को पास करने के लिए न्यूनतम कितना नंबर चाहिए। आपको बता दें की इस परीक्षा का पासिंग मार्क्स आपको केटेगरी के आधार पर किया जाता है। अगर आप जनरल या ओबीसी केटेगरी के उम्मीदवार है तो आपका 400 में से कम से कम 200 नंबर आना चाहिए वही पर अगर आप एससी या एस्टी वर्ग के उम्मीदवार हैं तो आपको 400 में से 180 नंबर लाना जरुरी है।

    काउंसलिंग कब से शुरू होगा

    जैसा कि आपको पता होगा कि हर बार की तरह काउंसलिंग का शेड्यूल भी रिजल्ट जारी होने के बाद ही किया जाएगा। रिजल्ट जारी हो चूका है यानी की काउंसलिंग शेड्यूल कुछ दिन में जारी हो जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी को लगातार तीन बार बीएड प्रवेश परीक्षा करने का जिम्मेदारी दिया गया है, जो की इस विश्वविद्यालय के लिए बहुत ही शान की बात है।

    यूपी के बीएड कॉलेज उम्मीदवारों का एंट्रेंस उनके प्रदर्शन यानी कि उनके रैंक के आधार पर काउंसलिंग किया जाएगा। आप अपने स्कोर कार्ड पर अपना स्टेट रैंक, कैटिगरी रैंक, लिखित परीक्षा के टोटल अंक, फाइनल स्कोर, पेपर 1 और पेपर दो में जितने सही और गलत अपने सवाल किए हैं उनके संख्या, पूरी जानकारी आपको आपके स्कोर कार्ड पर दी गई जाएगी। उम्मीदवारों के स्कोर कार्ड पर यह भी लिखा हुआ होगा कि आप काउंसलिंग के लिए योग्य है कि नहीं है। अगर नहीं है तो आप इसमें हिस्सा नहीं ले सकते हैं और जो भी अभ्यर्थी काउंसलिंग के लिए योग्य है वह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी द्वारा आयोजित काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं।

  • UP School Samvida Shikshak: यूपी के आश्रम स्कूलों में संविदा शिक्षकों की निकली बड़ी भर्ती, तुरंत करें आवेदन

    UP School Samvida Shikshak: यूपी के आश्रम स्कूलों में संविदा शिक्षकों की निकली बड़ी भर्ती, तुरंत करें आवेदन

    UP School Samvida Shikshak: उत्तर प्रदेश के जितने भी छात्र जो सरकारी शिक्षक बनना चाहतें हैं उनके लिए सुनहरा मौका सामने आया है। समाज कल्याण विभाग की ओर से आश्रम पद्धति विद्यालयों में संविदा शिक्षक (Contractual Teacher) के तौर पर नियुक्तियां की जा रही है। संविदा शिक्षक की नौकरी पाने का शानदार मौका है, आइए जानतें हैं इसके बारे में डिटेल की क्या क्या करना होगा तो आपसे अनुरोध है की अंत तक बने रहें।

    ये आश्रम पद्धति विद्यालय क्या है

    आप में से काफी लोग यही सोच रहे होंगे की ये आश्रम पद्धति विद्यालय क्या है तो आपको बता दें की ये एक विशेष सरकारी स्कूल हैं जो की SC, ST और पिछड़े वर्गों के छात्रों के लिए बनाए गए हैं। एक और बात आपको बता दूँ की इस स्कूल में कक्षा 6 से 12वीं तक की पढ़ाई बिल्कुल फ्री में कराई जाती है। छात्रों को फ्री में दी जाने वाली कुछ सुविधायें: शिक्षा, हॉस्टल, भोजन, यूनिफॉर्म, खेल-कूद की सुविधाएं दी जाती हैं। यूपी सरकारी ने इसे ख़ास तौर पर पिछड़े वर्गों के छात्रों के लिए बनवाया था।

    संविदा शिक्षक भर्ती से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

    आपको बता दें की इस स्कूल में टीचर्स को संविदा के आधार पर शिक्षक रखे जाएंगे यानी स्थायी नियुक्ति नहीं होगी। जितने भी तमाम शिक्षक जो इसके लिए चयन किये जायेंगे उनको सैलरी पीरियड (Period) के मुताबिक़ दी जाएगी – जितनी कक्षाएं लेंगे, उतना सैलरी मिलेगा। यह नियुक्ति समाज कल्याण विभाग द्वारा की जाएगी। अधिक जानकारी के लिए आगे पढ़ें।

    अब जानतें हैं की इस आश्रम पद्धति विद्यालय में किस-किस पद के लिए टीचरों की नियुक्ति हो रही है? आपको बता दें की एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक (TGT), प्रवक्ता (PGT) के लिए नियुक्ति होने वाली है। इसमें महिला और पुरुष दोनों के लिए सुनहरा अवसर है। महिलाएं केवल बालिका विद्यालयों में ही नियुक्त की जाएंगी।

    इस संविदा शिक्षक के लिए कैसे करें आवेदन

    जितने भी इच्छुक उम्मीदवारों हैं उनको 16 जून 2025 तक आवेदन करना होगा। यानी की आज अंतिम तिथि है जल्द से जल्द आवेदन करें। आवेदन करने से पहले नोटिफिकेशन में दी गई सेवा शर्तों को ध्यान से पढ़ें।

    कहां-कहां खुलेंगे नए सर्वोदय विद्यालय? चालू सत्र (2025-26) में 9 नए सर्वोदय विद्यालय खुलने जा रहे हैं: बलिया, मथुरा, पीलीभीत, गोंडा, कानपुर, महाराजगंज, अमरोहा, मैनपुरी, अंबेडकर नगर। इनमें कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाई पहले होगी, अगले साल से 12वीं तक बढ़ेगी। आश्रम पद्धति विद्यालय नोटिफिकेशन

    संविदा शिक्षकों को क्या सुविधाएं दी जाएंगी

    चलिए जितने भी शिक्षक जो इन स्कूलों को संविदा पर चयन होंगे उनको कुछ सुविधाएं भी मिलती है जैसे की जिन स्कूलों में हॉस्टल है, वहां पर शिक्षकों को भी आवास की सुविधा मिलेगी। यह सुविधा विशेष रूप से आवासीय विद्यालयों में दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए आप इसके ऑफिसियल अधिसूचना को पूरा पढ़ सकतें हैं।

  • टीचर्स के लिए खुशखबरी NCTE का बड़ा फैसला, अब सिर्फ 1 साल में बनेंगे टीचर 2 साल वाला B.Ed बंद

    टीचर्स के लिए खुशखबरी NCTE का बड़ा फैसला, अब सिर्फ 1 साल में बनेंगे टीचर 2 साल वाला B.Ed बंद

    NCTE 1 Year BEd Degree News: जितने भी छात्र जो शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए बहुत बड़ी खुशखबरी सामने आई है। आपको बता दें की नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने अब B.Ed कोर्स को 1 साल में पूरा करने की अनुमति दे दी है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला, क्या अनुमति मिले और क्यों ऐसा हुआ। इस लेख में विस्तारपूवर्क सब कुछ समझया गया है तो ध्यान से अंत तक पढ़ें।

    क्या है NCTE का पूरा मामला

    नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने बीएड कोर्स में कुछ बदलाव किये हैं, बदलाव कुछ इस प्रकार है की अब कुछ छात्रों के लिए 1 वर्षीय B.Ed कोर्स की अनुमति दी गई है। जैसा की आपको पता होगा की पहले यह कोर्स 2 साल का होता था, लेकिन अब इसे कुछ पात्र छात्रों के लिए 1 साल का किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार NCTE का यह बदलाव 2026-27 से लागू किया जाएगा।

    क्या 2 वर्षीय B.Ed और D.El.Ed कोर्स बंद हो रहें हैं

    अब आप में से काफी लोगों के मन में ये सवाल होगा की क्या ये पहले वाला 2 वर्षीय B.Ed और D.El.Ed कोर्स बंद हो रहें हैं? आपको बता दें की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कुछ दिनों से काफी तेज़ी से फ़ैल रहा है कि 2 वर्षीय B.Ed और D.El.Ed कोर्स बंद कर दिए गए हैं। लेकिन आपको बता दें की NCTE ने साफ किया है कि फिलहाल ये कोर्स बंद नहीं हुए हैं। इन कोर्सों में अब भी एडमिशन की प्रक्रिया चालू है।

    1 वर्षीय B.Ed कोर्स कौन कौन पात्र है

    मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आपको बता दें की NCTE के द्वारा लाये गए इस 1 वर्षीय B.Ed कोर्स के लिए सभी छात्र पात्र नहीं हैं। 1 वर्षीय B.Ed कोर्स के लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं जैसे की जिन छात्रों ने नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत 4 साल का ग्रेजुएशन कोर्स (B.A. B.Ed, B.Sc. B.Ed आदि) किया है, केवल वे छात्र ही 1 साल का B.Ed कोर्स कर सकते हैं। जिन्होंने 3 साल का सामान्य ग्रेजुएशन किया है (जैसे BA, BSc, BCom), उन्हें अभी भी 2 साल का B.Ed कोर्स करना होगा। वही पर जिन छात्रों ने पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) कर रखा है, उन्हें भी कुछ संस्थानों में 1 वर्षीय B.Ed कोर्स का अवसर मिल सकता है (संभावित रूप से नीति में स्पष्ट किया जाएगा)। उम्मीद है आपको समझ में आ गया होहगा की कौन कौन ये 1 वर्षीय B.Ed कोर्स कर सकता है।

    1 वर्षीय B.Ed कोर्स क्यों लाया गया है

    आपको बता दें की साल 2015 से पहले B.Ed कोर्स 1 साल का ही था। लेकिन फिर NCTE ने 2015 के बाद नया नियम लाया की अब से बीएड कोर्स 2 साल का होगा, अब 2 साल का होने की वजह से एडमिशन कम हो गए, हो सकता है इसी वजह से अब नई शिक्षा नीति के तहत इसे फिर से 1 साल का किया जा रहा है (केवल पात्र छात्रों के लिए)।

  • सरकारी शिक्षक के लिए बंपर नोटिफिकेशन बाहर, कुल 1373 पद और सैलरी ₹35400 महीना: Sarkari Teacher Notification

    सरकारी शिक्षक के लिए बंपर नोटिफिकेशन बाहर, कुल 1373 पद और सैलरी ₹35400 महीना: Sarkari Teacher Notification

    Sarkari Teacher Notification: जितने भी लोग सरकारी टीचर बनने का सपना देख रहे थे अब उनका सपना पूरा हो सकता है। झारखंड में सरकारी शिक्षक बनने के लिए झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने नया विज्ञापन जारी कर दिया है। जारी किए गए विज्ञापन के अनुसार जो भी अभ्यर्थी कक्षा 9वी से लेकर 12वीं तक के शिक्षक बनना चाहते हैं उनके लिए 1373 सेकेंडरी टीचर के पदों पर भर्ती निकाली गई है।

    बहुत ही सुनहरा अवसर सामने आया है, जो शिक्षा क्षेत्र में भविष्य बनाना चाहते हैं। महत्वपूर्ण तिथियां की बात करें तो आवेदन प्रक्रिया 18 जून 2025 से शुरू कर दिया जाएगा और जिसका अंतिम तिथि 19 जुलाई 2025 तक निर्धारित किया गया है। अधिक जानकारी आपको इसके नोटिफिकेशन पीडीएफ में मिलेगा जो कि आपको इसकी ऑफिशल वेबसाइट (jssc.jharkhand.gov.in) से प्राप्त करना होगा।

    सरकारी शिक्षक के लिए योग्यता क्या क्या है

    इस पद के लिए वही आवेदन कर सकते हैं जिनके पास किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था या विश्वविद्यालय से B.Ed या M.Ed, B.Tech, M.Sc, MCA जैसे बड़ी डिग्रियां है और उनका अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष से कम होना चाहिए तभी वह आवेदन कर पाएंगे। वैसे सरकारी नियम के अनुसार आरक्षित वर्ग की अभ्यासियों को अधिकतम आयु सीमा छोड़ दीजिए।

    सैलरी कितना मिलेगा

    अब आप में से काफी लोग सोच रहे होंगे कि इस पद के लिए सैलरी कितना दिया जाएगा। जारी किया के आधिकारिक विज्ञापन के मुताबिक सरकारी शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग के अनुसार सैलरी 35,400 प्रति महीना से लेकर 1,12,400 रुपये प्रति महीने के बीच निर्धारित किया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए आप उसके आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।

    कितना पैसा लगेगा और चयन प्रक्रिया क्या है

    इस पद के लिए आवेदन शुल्क भी निर्धारित किया गया है। अगर आप सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी हो तो आपका ₹100 आवेदन शुल्क लगेगा। वहीं पर जितने भी तमाम एससी और एसटी वर्ग के अभ्यर्थी हैं उनका मात्र ₹50 रखा गया है। शुल्क का भुगतान ऑनलाइन, नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से होगा।

    इस सरकारी शिक्षक पद के लिए अभ्यर्थियों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाता है। लिखित परीक्षा 500 मार्क्स का आयोजित होता है जिसमें की दो पेपर होते हैं। पेपर 01 में आपको सामान्य ज्ञान, हिंदी और इंग्लिश विषय से सवाल पूछे जाते हैं जो कि कुल 200 अंक के होते हैं। वहीं पर पेपर 2 में आपके विषय से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं जो टोटल 300 अंक के होते हैं।

    • पेपर 1: सामान्य ज्ञान, हिंदी और अंग्रेजी (200 मार्क्स)
    • पेपर 2: संबंधित विषय (300 मार्क)

    महत्वपूर्ण दस्तावेज

    आपके पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों का होना भी अनिवार्य है, अगर इसमें से कोई आपके पास नहीं है तो जल्द से जल्द बनवा लें: अभी प्रकार के शैक्षणिक प्रमाण पत्र, रीसेंट पासपोर्ट साइज फोटो और हस्ताक्षर, आवेदक का आधार कार्ड, आवेदक का जाति/आय प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) और भी है जिसकी जानकारी आपको नोटिफिकेशन पीडीऍफ़ में दी गई है।

    इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें

    चलिए अब जानते हैं कि इक्छुक और योग्य अभ्यर्थी इस सरकारी शिक्षक पद के लिए शामिल कैसे होंगे। सबसे पहले आपको झारखंड स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (JSSC) के आधिकारिक वेबसाइट jssc.jharkhand.gov.in पर जाना है। होम पेज पर आपको न्यू रजिस्ट्रेशन का विकल्प दिखेगा उस पर क्लिक करके रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरा करें। रजिस्ट्रेशन करने के बाद अपने पद के मुताबिक अप्लाई नाउ का बटन दिखेगा उस पर क्लिक करें।

    क्लिक करते हैं आवेदन पत्र ओपन होगा, ध्यानपूर्वक आवेदन पत्र के भरें। भरने के बाद कुछ जरूरी दस्तावेज मांगे जाएंगे उनको भी स्कैन करके अपलोड करें। अपलोड करने के बाद अपनी कैटेगरी / वर्ग के मुताबिक आवेदन शुल्क का भुगतान करें और लास्ट में फॉर्म को सबमिट कर के उसका प्रिंट आउट निकालना ना भूलें आपको भविष्य में काम आएगा।

  • UP PGT Exam Postponed News: छात्रों के लिए बुरी खबर, एक बार फिर स्थगित हुई पीजीटी परीक्षा, नया डेट यहाँ देखें

    UP PGT Exam Postponed News: छात्रों के लिए बुरी खबर, एक बार फिर स्थगित हुई पीजीटी परीक्षा, नया डेट यहाँ देखें

    UP PGT Exam Postponed News: जितने भी तमाम अभ्यर्थी जो उत्तर प्रदेश PGT शिक्षण परीक्षा की तैयारी में थे उनके लिए बहुत ही बुरा खबर सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हमें पता चला है कि उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग UPESSC की तरफ से होने वाली पीजीटी परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पता चला है कि यह परीक्षा 18 जून और 19 जून 2025 को आयोजित होने वाली थी जिसको अब पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की बैठक के बाद इसका निर्णय लिया गया कि जून में होने वाली इस पीजीटी परीक्षा को रद्द कर दिया जाए। हालांकि अभी तक इस परीक्षा को लेकर नई तिथि सामने नहीं आई है।

    UP PGT Exam Postponed News

    कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की तरफ से एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया गया था। जिसके अनुसार आयोग की तरफ से एक बैठक में निर्णय लिया गया कि इस पीजीटी परीक्षा को फिलहाल के लिए स्थगित किया जाए। काफी रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मालूम चल रहा है कि इस परीक्षा को अब जुलाई में आयोजित किया जाएगा। लेकिन अभी तक सेवा चयन आयोग की तरफ से कोई भी ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है की परीक्षा कब ली जाएगी।

    कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का तो यह भी कहना है कि उत्तर प्रदेश टीजीटी परीक्षा जो की जुलाई 2025 में होने वाली है इसको भी स्थगित किया जा सकता है लेकिन अभी इसके बारे मेंकोई भी अधिकारीक अपडेट सामने नहीं आया है। तैयारी कर रहे हो उम्मीदवारों के लिए यह बहुत ही बुरा खबर है, छात्र काफी महीने साल लगाकर परीक्षा की तैयारी करते हैं और अंत में मालूम चलता है की परीक्षा या भर्ती को कर दिया गया है।

    UP PGT Exam Postponed News
    UP PGT Exam Postponed News

    यूपी PGT परीक्षा अब कब होगी

    आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की इस पीजीटी परीक्षा के माध्यम से कई अलग-अलग विषय के लिए शिक्षकों को चयन करना था। आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि इस परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया साल 2022 में हुआ था। अब आप इससे अनुमान लगा लीजिये की छात्रा कितने महीना से इस परीक्षा का इंतजार कर रहे थें। इंतजार कर रहे हैं अभ्यर्थियों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि परीक्षा को तो रद्द कर दिया गया है उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड UPSESSB की तरफ से अभी तक परीक्षा का डेट सामने नहीं आया है कि दोबारा परीक्षा कब आयोजित किया जाएगा लेकिन जल्द ही तारीख को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। अभ्यर्थियों से अनुरोध है की डिटेल में जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इसके ऑफिशल वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।

  • संविदा कर्मचारियों की नौकरी स्थाई करने का आदेश, हाई कोर्ट ने हरा झंडा दिखाया- Contract Employees Regularization

    संविदा कर्मचारियों की नौकरी स्थाई करने का आदेश, हाई कोर्ट ने हरा झंडा दिखाया- Contract Employees Regularization

    Contract Employees Regularization: उत्तरा प्रदेश के जितने भी संविदा कर्मचारियों / Contract Employees हैं उनके लिए बहुत ही खुशखबरी का अपडेट सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लाखों संविदा कर्मचारियों को मिली बड़ी राहत। आपको बता दें की इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश के जितने भी संविदा कर्मचारी जो लंबे समय से संविदा पर काम कर रहे हैं, उन्हें नियमित यानि की स्थायी किया जाए। हाई कोर्ट का ये फैसला राज्य के लाखों संविदा कर्मियों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। क्या है पूरा मामला? हाई कोर्ट ने क्यों आदेश दिया? इससे क्या फायदा मिलेगा कर्मचारियों को आइये जानतें हैं लेख के माध्यम से, हमने विस्तारपूर्वक समझाया है।

    किन संविदा कर्मचारियों को फायदा मिलेगा

    जी कर्मचारी कई वर्षों से संविदा पर काम कर रहे है उनको मिलेगा फायदा। हाईकोर्ट ने कहा है कि यदि कोई कर्मचारी लगातार कई सालों से सेवा दे रहा है और विभाग को उसकी जरूरत है, तो उसे सिर्फ अस्थायी मानकर अनदेखा नहीं किया जा सकता। ऐसे कर्मचारियों को स्थायी कर्मचारियों की तरह सुविधाएं मिलनी चाहिए। मेदे रिपोर्ट के अनुसार हाई कोर्ट ने यह ज़ोर देते हुए कहा कि जो संविदा कर्मी स्थायी कर्मचारियों जैसा काम कर रहे हैं, उन्हें भी उसी के अनुसार वेतन और सुविधाएं मिलनी चाहिए। अगर लंबे समय तक काम करने के बाद भी उन्हें अस्थायी रखा जाए, तो यह संविधान के अनुच्छेद 14 और 16 का उल्लंघन होगा। हाई कोर्ट के इस फैसले से लाखों संविदा कर्मचारियों को फायदा मिलेगा।

    इससे किस-किस विभाग को मिलेगा फायदा

    आपको बता दें की राज्य के जिन विभागों में संविदा कर्मचारी काम कर रहे हैं, उनमें शामिल हैं: शिक्षा विभाग (शिक्षक), स्वास्थ्य विभाग (नर्स), पंचायत और ग्रामीण विकास, बिजली विभाग, नगर निगम, अन्य विभाग (जैसे कंप्यूटर ऑपरेटर, लेखा सहायक, तकनीकी स्टाफ आदि) इन सभी विभागों में लाखों कर्मचारी सालों से कम वेतन पर सेवा दे रहे हैं। हाई कोर्ट के आर्डर के बाद अब इनको स्थाई करने की बात चल रही है।

    कर्मचारियों को क्या क्या लाभ मिलेगा

    मुझे पता है आप में से कोई लोग यही सोच रहे होंगे की इस फैसले के बाद संविदा कर्मचारियों को क्या क्या फायदा मिलेगा। आपको बता दें की अगर कर्मचारियों को नियमित किया गया, तो इन कर्मचारियों को मिल सकते हैं: औरो के जैसा स्थायी नौकरी की सुरक्षा, पीएफ, ग्रेच्युटी, पेंशन जैसी सुविधाएं मिलेगी। चिकित्सा और सामाजिक सुरक्षा का लाभ दिया जाएगा।

    हाई कोर्ट के इस फैसले के बाद तमाम संविदा कर्मचारियों में खुशी और उम्मीद की लहार चलने लगी। संविदा संघों ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताया और सरकार से जल्द लागू करने की मांग की है। हालांकि अभी तक कोई भी अपडेट सामने नहीं आया है की इस नए नियम को लागू कब किया जायेगा लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बहुत जल्द लागू होगा।

  • यूपी के संविदा आउटसोर्स कर्मचारियों को मिली हाई कोर्ट से बड़ी राहत, नौकरी होगी परमानेंट- UP Contract Employess Regularization

    यूपी के संविदा आउटसोर्स कर्मचारियों को मिली हाई कोर्ट से बड़ी राहत, नौकरी होगी परमानेंट- UP Contract Employess Regularization

    UP Contract Employees Regularization: उत्तर प्रदेश के तमाम कॉन्ट्रैक्ट संविदा कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। ग्रेटर नोएडा के प्राधिकरण जलकल विभाग में काम कर रहे लगभग 93 आउटसोर्स संविदा कर्मचारी अब चैन की नींद सो सकते हैं। इतने दिनों से इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रहे मामला में कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला दे दिया है। केस क्या था? क्या है पूरा मामला? कर्मचारियों के लिए क्यों खुशखबरी है? विस्तार पूर्वक हमने आपको इस आर्टिकल में समझाया है अंत तक जरूर पढ़ें।

    कर्मचारियों की इलाहाबाद हाई कोर्ट से क्या मांगे थी

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार साल 2010 से से जलकल विभाग और अधिकारी मिलकर संविका कर्मचारियों के वेतन, ईपीएफ और ईएसआई में गड़बड़ी कर रहे थे। यह घपलेबाजी वाला रिपोर्ट कर्मचारियों को पता चलते ही इस हरकत से नाराज़ होकर लगभग 93 संविदा कर्मचारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। ओउटसोर्से संविदा कर्मचारियों ने कहा कि हमे भी भारत सरकार के GEM पोर्टल के अनुसार ही समान वेतन और सुविधाएं मिलनी चाहिए। वे स्थायी नौकरी और लाभ की भी मांग कर रहे थे। ये ता पूरा मामला।

    इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इसपर किया आदेश दिया

    मामला कोर्ट में आते ही इलाहाबाद हाई कोर्ट ने दिया मुख्य आदेश और आदेश कुछ इस प्रकार है की जितने भी 93 आउटसोर्स संविदा कर्मचारियों ने याचिका दाखिल किया था उन्हें जल्द से जल्द 4 महीने के भीतर नियमित (परमानेंट) किया जाए। 23 कर्मचारियों की नौकरी जो पहले समाप्त कर दी गई थी, उन्हें 3 महीने के अंदर बहाल (वापस) किया जाए।

    हाई कोर्ट ने किसी आदेश दिया

    उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास विभाग के प्रमुख सचिव को आदेश दिया गया है: कोर्ट का आदेश मिलते ही 4 महीने में सभी 93 कर्मचारियों को नियमित करें। हाईकोर्ट ने 14 मई 2025 को कहा: जिन 23 कर्मचारियों की नौकरी बिना कारण समाप्त की गई थी, उन्हें 3 महीने में फिर से बहाल किया जाए।

    निष्कर्ष

    आपको बता दें की इलाहाबाद हाईकोर्ट का यह फैसला आउटसोर्स संविदा कर्मचारियों के हक में है। अब जलकल विभाग के 93 कर्मचारी स्थायी नौकरी की ओर बढ़ेंगे। 23 कर्मचारियों को भी उनकी नौकरी वापस मिलने की उम्मीद है।

  • Teacher Training Course News: NCTE का बड़ा फैसला, अब B.Ed कॉलेजों में भी होंगे BA-BSc-BCom कोर्स

    Teacher Training Course News: NCTE का बड़ा फैसला, अब B.Ed कॉलेजों में भी होंगे BA-BSc-BCom कोर्स

    Teacher Training Course News: NCTE (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन) ने एक नई गाइडलाइन जारी की है। जारी किये गए नोटिस के अनुसार अब देश के टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों में BA, BSc, BCom जैसे सामान्य ग्रेजुएशन कोर्स भी पढ़ाए जा सकेंगे। साथ ही, इंटीग्रेटेड कोर्स जैसे BA B.Ed, BSc B.Ed, BCom B.Ed भी शुरू किए जाएंगे। क्या है इस नए गाइडलाइन का पूरा मामला आइए जानतें हैं इस आर्टिकल में तो अंत तक बने रहें।

    जैसा की आपको पता होगा की आज से पहले अब तक अधिकतर टीचर ट्रेनिंग कॉलेज केवल B.Ed या D.El.Ed जैसे पाठ्यक्रम ही चलाते थे। नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुसार, शिक्षा को अब बहुविषयक (Multi-Disciplinary) बनाना जरूरी है। इसलिए NCTE ने निर्देश दिए हैं कि हर टीचर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट को दो और नए UG कोर्स शुरू करने होंगे।

    NCTE की नई गाइडलाइन को नहीं माने तो क्या होगा

    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ जो संस्थान इन NCTE द्वारा लाए गए इस नए बदलावों को नहीं अपनाएंगे, उन्हें नजदीकी मल्टी-डिसिप्लिनरी कॉलेज में मर्ज कर दिया जाएगा। यानी वे अपनी पहचान खो सकते हैं और किसी बड़े कॉलेज का हिस्सा बन जाएंगे। इससे लिए संस्थान को इस नए नियम का पालन करना अनिवार्य है।

    ये Interdisciplinary का क्या मतलब है

    अब काफी लोगों को ये वर्ड ‘Interdisciplinary’ नया लगता है इसका मतलब है अंतःविषयक। विस्तारपूर्वक समझतें हैं इसका मतलब एक ऐसा कोर्स जिसमें दो या दो से ज्यादा विषयों को मिलाकर पढ़ाया जाता है। जैसे – BA (हिस्ट्री) + B.Ed या BSc (मैथ्स) + B.Ed।

    इस नए कोर्स की काफी साड़ी खास बातें हैं जैसे की संस्थानों को कम से कम 64 क्रेडिट वाले नए यूजी कोर्स शुरू करने होंगे। कोर्स में डिसिप्लिनरी और इंटरडिसिप्लिनरी दोनों कंपोनेंट शामिल होंगे। यह कोर्सेस UGC रेगुलेशंस के अनुसार तैयार किए जाएंगे। जिन संस्थानों के पास अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर है, वे चाहें तो: BA, BSc, BCom के साथ-साथ। BA B.Ed, BSc B.Ed, BCom B.Ed जैसे इंटीग्रेटेड कोर्स भी चला सकते हैं। जो कॉलेज मर्ज होंगे, वे भी ये कोर्स शुरू कर सकेंगे, बशर्ते उनके पास एजुकेशन डिपार्टमेंट हो।

    ITEP प्रोग्राम क्या है और कहाँ चल रहा है

    ITEP (Integrated Teacher Education Programme) एक 4 वर्षीय कोर्स है जिसमें ग्रेजुएशन + B.Ed एक साथ होता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ अब यह कोर्स कई IITs में भी शुरू हो चुका है। इसका मकसद है – बेहतर टीचर तैयार करना जो रिसर्च और इनोवेशन में भी दक्ष हों।

    इस नए गाइडलाइन के वजह से रिसर्च और इंडस्ट्री को भी मिलेगा महत्व। अब केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि छात्रों को इंडस्ट्री से जोड़ा जाएगा। रिसर्च को बढ़ावा दिया जाएगा और कोर्स को मल्टी स्किल्ड और रोजगार-उन्मुख बनाया जाएगा।

    पूरे भारत में इस समय करीब 15,500 टीचर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट्स हैं। इनमें से ज्यादातर सिर्फ B.Ed जैसे कोर्स चलाते हैं। अब इन्हें मल्टी-डिसिप्लिनरी बनना होगा।

    प्रो. पंकज अरोड़ा (NCTE चेयरमैन) ने कहा: “अब संस्थान सिर्फ एक या दो कोर्स तक सीमित नहीं रहेंगे।” “उन्हें कई विषयों को पढ़ाने की अनुमति मिलेगी।” “यह कदम शिक्षकों की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में बड़ा बदलाव है।”

  • BED Course New Guideline News: बीएड कोर्स हेतु NCTE की नई गाइडलाइन जारी, सभी बीएड छात्र जरूर पढ़ें

    BED Course New Guideline News: बीएड कोर्स हेतु NCTE की नई गाइडलाइन जारी, सभी बीएड छात्र जरूर पढ़ें

    BED Course New Guideline News: जितने भी छात्र B.Ed कोर्स करने की सोच रहे थे उनके लिए महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है जरूर पढ़ें। अगर आप बीएड यानी कि बैचलर ऑफ़ एजुकेशन कोर्स करने वाले हैं तो आपको बता दें कि NCTE यानी कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की B.Ed कोर्स को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है।

    नई गाइडलाइन के अनुसार अब से बीएड कोर्स केवल उन कॉलेज में पढ़ाया जाएगा जो की मल्टी-डिसिप्लिनरी संस्थान होंगे। मल्टी-डिसिप्लिनरी यानी की वो कॉलेज अर्थात जहाँ कई विषयों के कोर्स एक साथ होते हैं। क्या है पूरा मामला इस नए नियम को लागू करने का वजह क्या है पूरी जानकारी आपको इस लेख में बताई गई है अंत तक बने रहे।

    देश के 15000 से ज्यादा कॉलेज होंगे मर्ज

    गाइडलाइन के मुताबिक ऐसे जितने भी B.Ed कॉलेज जो अकेले चलते थे अब उन्हें पास ही के किसी बड़े डिग्री कॉलेज के साथ मिलना यानी कि मर्ज किया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक देशभर में तकरीबन 15000 से ज्यादा ऐसे B.ED कॉलेज है जो अकेले चलते हैं, नए नियम के बाद अब उन्हें किसी डिग्री कॉलेज के साथ मिलाया जाएगा।

    राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने साफ-साफ यह कहा है कि अकेले चलने वाले बेड कॉलेज को अनुमति अब से नहीं मिलेगी अगर उनके अगल-बगल के तकरीबन 10 किलोमीटर के दायरे में कोई बड़ा डिग्री कॉलेज है तो, नियम के मुताबिक़ 10 किलोमीटर के दायरे के अंदर कोई भी डिग्री कॉलेज के साथ उस अकेले चलते हुए बीएड कॉलेज पर मर्ज किया जाएगा।

    कब से लागू होगा ये नया नियम

    राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने इस नई व्यवस्था को 2025 से शुरू करने का ऐलान किया है। कभी भी शुरू किया जा सकता है। उन्होंने आदेश दिया है कि 2030 तक सभी कॉलेजों को मल्टी डिसीप्लिनरी संस्था बने हुए देखना चाहते हैं। नए नियम के मुताबिक अब B.Ed कोर्स में हर कोर्स में केवल 50 छात्रों को ही एडमिशन दिया जाएगा। यानी की पहलेकी जो बीएड कोर्स में काफी छात्र एक साथ एडमिशन ले लेते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है मात्र 50 छात्रों को ही एडमिशन दिया जाएगा। यह नियम इसलिए उठाया गया है ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके और छात्रों का कैरियर बनाया जा सकता है।

    छोटे कॉलेजों को मिली राहत

    आपको बता दें कि जो भी B.Ed कॉलेज मर्ज होंगे वह अब बड़े डिग्री कॉलेज के साथ अपना बिल्डिंग, शिक्षक और संसाधनों का सजा उपयोग करेंगे। इस नए नियम के लागू होने के बाद कॉलेज का खर्चा कम हो जाएगा और स्टूडेंट को बेहतर से बेहतर सुविधाएं मिलेगी। जो छोटे बीएड कॉलेज थे जो आर्थिक तंगी के कारण कभी भी बंद होने के कगार पर तेन, अब इस मार्जिन सिस्टम से उन्हें काफी राहत मिलेगा।

  • CBSE Marks Improvement Process: 10वी 12वी का मार्क्स बढ़वाना है? बढ़ जाएगा बस ये प्रक्रिया को फॉलो करें

    CBSE Marks Improvement Process: 10वी 12वी का मार्क्स बढ़वाना है? बढ़ जाएगा बस ये प्रक्रिया को फॉलो करें

    CBSE Marks Improvement Process: अगर आप भी 2025 में सीबीएसई 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए थें और परिणाम आने के बाद अपने मार्क्स से आप ना खुश हो तो आप अपने मार्क्स को बढ़ावा सकते हैं। अगर आप अपना मार्क्स को बढ़वाना चाहतें है तो इस आर्टिकल को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़ें। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई के छात्रों को मार्क्स बढ़ाने के लिए दो प्रक्रिया देती है पहला मार्क्स वेरिफिकेशन और दूसरे है री-इवैल्यूएशन।

    रिजल्ट जारी होने के बाद 10वी 12वी के छात्र दोनों प्रक्रिया के लिए आवेदन कर सकतें हैं, आपका कॉपी फिर से चेक किया जायेगा अगर मार्क्स में बढ़ाने लायक कुछ हुस तो आपका मार्क्स को बड़ा दिया जाएगा। इसके लिए आपको आवेदन करना पढ़ता है आज के इस लेख में इसी के बारे में जानेंगे कि आप आवेदन प्रक्रिया कब से कर सकते हैं? कैसे कर सकते हैं? और कौन-कौन छात्र कर सकते हैं।

    मार्क्स वेरिफिकेशन और री-इवैल्यूएशन

    मार्क्स वेरिफिकेशन: मार्क्स वेरिफिकेशन उसको बोलते हैं अगर कोई स्टूडेंट को लगता है की टोटल मार्क्स जोड़ने में कोई गड़बड़ी हुई हो हुई है, तो आप मार्क्स वेरिफिकेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपके टोटल मार्क्स को दोबारा जोड़ा जाएगा और अगर सही हुआ तो बढ़ा दिया जाएगा।

    री-इवैल्यूएशन: अगर किसी स्टूडेंट को लगता है की कॉपी में उनके जवाब को ठीक तरीके से चेक नहीं किया गया है तो वह रे इवैल्यूएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। उनका कॉपी का जवाब दोबारा से चेक किया जाएगा और अगर मार्क्स बढ़ाने लायक हुआ तो बढ़ा दिया जाएगा।

    अगर आप मार्क्स वेरिफिकेशन के लिए आवेदन कर रहे हैं तो हर सब्जेक्ट का ₹500 लगता है। वहीं पर अगर आप रे इवैल्यूएशन के लिए आवेदन कर रहे हैं तो हर सवाल के लिए ₹100 लगता है।

    12वी पास स्टूडेंट – आवेदन करने की तिथि

    सीबीएसई ने 12वीं पास छात्रों को मार्क्स वेरिफिकेशन और रि-वैल्युएशन में आवेदन करने का तिथि को बदल दिया है। पहले इन दोनों प्रक्रिया के लिए आवेदन करने की तिथि 28 मई से लेकर 3 जून 2025 तक निर्धारित की गई थी। लेकिन अब इसको बदलकर 31 मई से 5 जून 2025 तक कर दिया गया है। यानी की स्टूडेंट को अपना मार्क्स वेरिफिकेशन और रि-वैल्युएशन के लिए दो दिन और ज्यादा मिल गए हैं। जिनको भी इस प्रक्रिया के लिए आवेदन करना है जल्द से जल्द आगे बढ़े।

    10वी पास स्टूडेंट – आवेदन तिथि

    बात करें दसवीं के स्टूडेंट के लिए तो आप मार्क्स वेरिफिकेशन और रिवैल्युएशन के लिए 3 जून 2025 से लेकर 7 जून 2025 के बीच में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आपके डेट शीट में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। आवेदन करने के लिए आपको सीबीएसई के अधिकारी की वेबसाइट पर विकसित करना।

    मार्क्स वेरिफिकेशन और री-इवैल्यूएशन आवेदन प्रक्रिया

    इन दोनों प्रक्रिया में आवेदन करना बिल्कुल सिंपल और आसान है। नीचे हमने स्टेप बाय स्टेप समझाया है ध्यान पूर्वक फॉलो करें:

    • सबसे पहले स्टूडेंट को सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
    • होम पेज पर आपको रिजल्ट के क्षेत्र में मार्क्स वेरिफिकेशन और री-इवैल्यूएशन का ऑप्शन मिलेगा।
    • आपको जिस भी प्रक्रिया के लिए आवेदन करना है उस पर क्लिक करें।
    • क्लिक करने के बाद अब फार्म आएगा जहां पर आपको अपना रोल नंबर, सब्जेक्ट और भी महत्वपूर्ण डिटेल्स दर्ज करना होगा।
    • दर्ज करने के बाद सबमिट करें, सबमिट करने के बाद अब बारी आएगी पेमेंट की जो की ऑनलाइन / डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से होगा।
    • पेमेंट करने के बाद लास्ट में फॉर्म को सबमिट कर दें।
    • अंतिम में फार्म का प्रिंट आउट निकालना ना भूले भविष्य में काफी काम आएगा।
    CBSE Official Websitehttps://www.cbse.gov.in/