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  • UP SevaYojan Online Registration: यूपी सेवायोजन पोर्टल रजिस्ट्रेशन शुरु , संविदा आउटसोर्स भर्ती के लिए करें अप्लाई

    UP SevaYojan Online Registration: यूपी सेवायोजन पोर्टल रजिस्ट्रेशन शुरु , संविदा आउटसोर्स भर्ती के लिए करें अप्लाई

    UP SevaYojan Online Registration: उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए सेवायोजन पोर्टल का संचालन किया गया है, यह पोर्टल उत्तर प्रदेश रोजगार विभाग (Employment Department, Uttar Pradesh) के द्वारा संचालित किया जाता है। सेवायोजन पोर्टल के द्वारा प्रदेश भर में संविदा और आउटसोर्स कर्मचारी की भर्ती की जाती है। अलग-अलग एजेंसियों और निगमों के द्वारा सेवायोजन पोर्टल पर समय-समय पर रिक्त पदों पर आउटसोर्स कर्मचारी की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाता है।

    उत्तर प्रदेश के अलग-अलग सरकारी विभागों एवं कार्यालय में कुछ कर्मचारियों की भर्ती आउटसोर्स व संविदा के आधार पर की जाती है, इसमें सबसे ज्यादा भर्ती माध्यमिक शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती उसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य सड़क एवं परिवहन निगम विभाग में रोडवेज परिचालक और चालक कर्मचारी की भर्ती , महिला कल्याण विभाग , बेसिक शिक्षा विभाग के अलावा अन्य कई विभागों में भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाता है।

    उत्तर प्रदेश सेवायोजन पोर्टल क्या है?

    उत्तर प्रदेश रोजगार विभाग के द्वारा सेवायोजन पोर्टल का संचालन किया जा रहा है, ऐसे अभ्यर्थी जो यूपी में संविदा और आउटसोर्स के आधार पर नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं , इस पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 8वीं पास निर्धारित की गई है, इसके अलावा उच्चतम कोर्स और डिग्री रखने वाले अभ्यर्थी भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद मिलते हैं, कई फायदे।

    सेवायोजन पोर्टल से इन विभागों में होती है आउटसोर्स कर्मचारी की भर्ती

    उत्तर प्रदेश सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद छात्र-छात्राओं को यूपी में सरकारी विभागों एवं कार्यालय में संविदा व आउटसोर्स के आधार पर नौकरी करने का अवसर मिलता है।

    • महिला कल्याण विभाग
    • माध्यमिक शिक्षा विभाग
    • यूपी परिवहन विभाग
    • यूपी परिवहन एवं राज्य सड़क परिवहन निगम
    • बेसिक शिक्षा विभाग
    • चिकित्सा शिक्षा विभाग
    • कृषि विभाग
    • मेडिकल कॉलेजों में आदि।

    सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने की पात्रता

    उत्तर प्रदेश सरकार की सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए निम्नलिखित पात्रता होनी चाहिए।

    • आवेदन करने वाला अभ्यर्थी कम से कम आठवीं पास होना चाहिए।
    • 10वीं, 12वीं , ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन आईटीआई ,डिप्लोमा ,पॉलिटेक्निक कोर्स करने वाले अभ्यर्थी भी अप्लाई कर सकते हैं।
    • आवेदन करने वाले अभ्यर्थी की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
    • अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए।

    UP SevaYojan Online Registration: सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने का प्रोसेस

    • यूपी सेवायोजन पोर्टल रजिस्ट्रेशन करने के लिए सबसे पहले आफिशियल वेबसाइट https://sewayojan.up.nic.in पर जाएं।
    • अब दूसरे स्टेप में होम पेज पर दिए गए New Registration पर क्लिक करें।
    • क्लिक करते ही एक नया पेज खुलेगा , यहां पर अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, आधार कार्ड नंबर डालें और यूजर नेम और पासवर्ड बनाएं।
    • अब दोबारा से पोर्टल पर यूजर नेम और पासवर्ड को डाल करके लॉगिन करें।
    • पोर्टल पर लॉगिन करने के बाद, प्रोफाइल रजिस्ट्रेशन (Profile Registration) का पेज खुलेगा।
    • अब यहां पर सबसे पहले पर्सनल डिटेल्स डालें , फिर इसके बाद शैक्षणिक योग्यता और कौशल के बारे में जानकारी भरे।
    • अपना पासपोर्ट साइज फोटो अपलोड करें।
    • अंत में प्रोफाइल रजिस्ट्रेशन को कंप्लीट करें।

    यूपी सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए अभ्यर्थी के पास आधार कार्ड , पासपोर्ट साइज फोटो, शैक्षणिक डॉक्यूमेंट , निवास प्रमाण पत्र ,जाति प्रमाण पत्र आदि डॉक्यूमेंट होना चाहिए।

  • UP Outsourcing: कब तक होगा यूपी आउटसोर्स सेवा निगम का गठन? यहां जाने पूरी डिटेल्स

    UP Outsourcing: कब तक होगा यूपी आउटसोर्स सेवा निगम का गठन? यहां जाने पूरी डिटेल्स

    UP Outsourcing Employee: उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा प्रदेश में आउटसोर्स कर्मचारियों के हित के लिए बड़ा कदम उठाया गया है , आउटसोर्स कर्मचारियों के भर्ती से लेकर के सैलरी देने तक का पूरा जिम्मेदारी अब सरकार निगम को सौंपने तक जा रही है, इसके लिए जल्द ही उत्तर प्रदेश में आउटसोर्स सेवा निगम का गठन किया जाएगा , गठन के बाद अलग-अलग एजेंसियों की मनमानी जा सके और भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी होगी। हालांकि कब तक प्रदेश में आउटसोर्स सेवा निगम का गठन होगा? आईए जानते हैं पूरी डिटेल्स।

    उत्तर प्रदेश में आउटसोर्स सेवा निगम के गठन होने के बाद आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ-साथ सरकार को भी फायदे मिलेंगे , कर्मचारियों के लिए निगम के भर्ती , सैलरी और अलग-अलग लाभ व सेवा से जुड़ा काम पूरा करेगी। वहीं इसमें सरकार को भी फायदा होगा क्योंकि अब तक सरकार के द्वारा लगभग 22% तक का खर्च एजेंसियों के लिए करना पड़ता है।

    कब तक होगा यूपी आउटसोर्स सेवा निगम का गठन? पढ़ें

    उत्तर प्रदेश में आउटसोर्स कर्मचारी के लिए आउटसोर्स सेवा निगम का गठन किया गया, इसका पूरा ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है , निगम के गठन का प्रस्ताव कैबिनेट में रखा जाएगा , कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद निगम के गठन की पूरी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यूपी आउटसोर्स सेवा निगम के गठन के बाद आउटसोर्स कर्मचारी को कई सारे लाभ भी मिलेंगे , जिसमें कर्मचारियों को समय से सैलरी, PF, और छुट्टी भी मिलेगी।

    गैर लाभकारी संस्था के रूप में होगा निगम का गठन , मिलेंगे कई फायदे

    उत्तर प्रदेश आउटसोर्स सेवा निगम का गठन कंपनी एक्ट में गैर लाभकारी संस्था के रूप में किया जाएगा , निगम भर्ती प्रक्रिया को केंद्रीकृत रखेगा। निगम के द्वारा अलग-अलग विभागों में आउटसोर्स कर्मचारी की तैनाती की जाएगी, विभागों की आवश्यकता अनुसार निगम के द्वारा आउटसोर्स कर्मचारी की भर्ती होगी। कर्मचारियों के बैंक अकाउंट में समय से पैसा भेजने, भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने , कर्मचारियों को समय-समय पर लाभ देने और कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित करने में निगम की जिम्मेवारी होगी।

    क्यों जरूरी है यूपी सेवा निगम का गठन!

    उत्तर प्रदेश में आउटसोर्स सेवा निगम के गठन का कार्य बहुत जरूरी है , कई वर्षों से यूपी में आउटसोर्स और संविदा कर्मचारी कार्य कर रहे हैं , इन कर्मचारियों को कई सारी सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं , क्योंकि इसमें कर्मचारियों की देखरेख अब तक एजेंसियों के द्वारा की जा रही है। अप आउटसोर्स सेवा निगम के गठन के बाद आउटसोर्स कर्मचारी की देखरेख निगम के द्वारा किया जाएगा। निगम का गठन इसलिए जरूरी है क्योंकि आउटसोर्स कर्मचारी को अस्थाई कर्मचारियों के जैसी सुविधाएं अब तक नहीं मिल पाती थी, निगम के गठन के बाद कर्मचारियों के वेतन को समय पर दिया जाएगा, वहीं कर्मचारी भविष्य निधि खाते में पैसा भी समय जमा होगा। कर्मचारियों को दुर्घटना बीमा और स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ इलाज के लिए छुट्टियां भी दी जाएगी। निगम के गठन के बाद हर कर्मचारी की नौकरी सुरक्षित और सम्मानजनक होगी।