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  • Retirement Age Good News: शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 65 साल करने का बड़ा फैसला

    Retirement Age Good News: शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 65 साल करने का बड़ा फैसला

    Retirement Age Good News: शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों के द्वारा मांगे जाने वाले रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने वाले मामले पर नया अपडेट आया है। आपको बता दें की कई राज्यों के सरकारी स्कूलों में काम करने वाले शिक्षक, प्रोफेसर, लेक्चरर, और चिकित्सक (Doctors) लंबे समय से उनका यही माँग है की उनके रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर 65 साल कर दी जाए। अभी वर्तमान की बात करें तो ज्यादातर कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र 60 या 62 साल है। अब इसमें बदलाव करने की बातें चल रही हैं। इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं की क्या है पूरा मामला, क्यों मांग हो रही है रिटायरमेंट उम्र की और इसपर क्या करवाई हो रही है जानने के लिए अंतिम तक बने रहें।

    रिटायरमेंट ऐज को 60 से 65 करने की मांग

    चलिए अब आपको बताते हैं कि शिक्षक क्यों इस उम्र की मांग कर रहे हैं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शिक्षक संगठनों ने सरकार को पत्र लिखा जिसमें साफ-साफ कहा गया कि जैसे उच्च शिक्षा विभाग (कॉलेज या यूनिवर्सिटी) में प्रोफेसर, लेक्चर, शिक्षक या अन्य कर्मचारी 65 साल तक काम करते हैं। वैसे ही स्कूल के शिक्षकों को भी 65 साल तक काम करने का मौका दिया जाए। आपको बता दें कि भारत के अलग-अलग राज्यों से यह मांग उठ रही है।

    वहीं पर मध्य प्रदेश में या मांग सबसे ज्यादा चरम पर है। मध्य प्रदेश में लगभग चार लाख से ज्यादा सरकारी स्कूल शिक्षक हैं जिनको यह रिटायरमेंट की उम्र 62 साल है और वह चाहतें हैं की अब उनका रिटायरमेंट उम्र 65 साल तक हो जाए। काफी सारे शिक्षकों का कहना है कि वह अभी शारीरिक और मानसिक रूप से फिट है। उनका अनुभव बच्चों और शिक्षा विभाग को बहुत काम आता है। अगर 3 साल और ज्यादा पढ़ने का मौका मिले तो छात्रों को और शिक्षा विभाग को और ज्यादा लाभ देखने को मिल सकता है।

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    सरकार का इसपर क्या मानना है

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार शिक्षकों द्वारा मांगी गई इस माँग पर गंभीरता से विचार कर रही है। जल्द ही यह तय किया जा सकता है कि शिक्षकों की रिटायरमेंट उम्र 62 साल से बढ़ाकर 65 साल कर दी जाए। अगर ऐसे होता है तो शिक्षकों की कमी से जूझ रहे राज्यों (जैसे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश) को राहत मिलेगी। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। शिक्षकों का अनुभव छात्रों और नए शिक्षकों को लाभ देगा।

    दूसरे राज्यों का क्या हाल है

    सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के शिक्षक भी यही माँग कर रहे हैं कि रिटायरमेंट उम्र बढ़ाई जाए। कई कर्मचारी संगठनों ने भी मांग की है कि सभी सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 60 साल से बढ़ाकर 65 साल कर दी जाए।

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  • यूपी में 10000 संविदा शिक्षकों की जरूरत, विभाग ने जारी किया बड़ा अपडेट- UP Contract Teacher Appointment News

    यूपी में 10000 संविदा शिक्षकों की जरूरत, विभाग ने जारी किया बड़ा अपडेट- UP Contract Teacher Appointment News

    UP Contract Teacher Appointment News: उत्तर प्रदेश से शिक्षकों के लिए बड़ी खबर आ रही है। उत्तर प्रदेश के सरकारी ने (परिषदीय) प्राथमिक स्कूलों में नए स्थायी शिक्षकों की चयन को फिलहाल के लिए रोक दी है। उत्तर प्रदेश के जितने भी छात्र जो बीएड और डीएलएड किए हुए थें और काफी लंबे समय से शिक्षक न्युक्ति की विज्ञप्ति यानि की (Notification) का इंतजार कर रहे थे, अब उनको बहुत बड़ा झटका लग सकता है। शिक्षा विभाग का कहना है कि अभी स्कूलों में जितने शिक्षक हैं, वो काफी हैं, इसलिए नई भर्तियों की ज़रूरत नहीं है। क्या है ये पूरा मामला हमने आपको विस्तारपूर्वक इस आर्टिकल में लिखकर समझाया है तो अनुरोध है की अंत तक बने रहें।

    छात्रों और शिक्षकों का इसपर क्या राय है

    आपको बता दें की अभी उत्तर प्रदेश में 1 शिक्षक पर औसतन 29 छात्र हैं। अगर शिक्षामित्र और अनुदेशक भी जोड़ दिए जाएं, तो ये अनुपात 1 शिक्षक पर 22 छात्र का हो जाता है। “शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE Act)” के अनुसार: प्राथमिक स्कूल (1st से 5th) में: 30 छात्रों पर 1 शिक्षक होना चाहिए। उच्च प्राथमिक स्कूल (6th से 8th) में: 35 छात्रों पर 1 शिक्षक होना चाहिए। इस हिसाब से देखा जाए तो सरकार के मानकों के अनुसार फिलहाल शिक्षक पर्याप्त हैं।

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    यूपी राज्य में कुल कितने स्कूल और शिक्षक हैं

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तर प्रदेश में अभी फ़िलहाल कुल 1,32,000 सरकारी स्कूल (प्राथमिक व उच्च प्राथमिक) चल रहे हैं। इनमें काम कर रहे हैं नियमित शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक की बात करें तो कुल 4,34,000 नियमित शिक्षक, 1,40,000 शिक्षामित्र, 25,000 अनुदेशक मौजूद हैं। विभाग के अनुसार अभी भी करीब 59,000 पद खाली हैं, लेकिन स्कूलों में छात्रों की संख्या अपेक्षाकृत कम है, इसलिए नई शिक्षकों के चयन की जरूरत नहीं समझी जा रही है। अगर जरूरत पढ़ी भी तो सरकार संविदा पर शिक्षकों को चयन कर लेगी।

    फ़िलहाल के लिए संविदा शिक्षकों की होगी चयन

    जैसे की अभी तक आपको पता चल ही गया होगा की उत्तर प्रदेश की सरकार का ध्यान अभी स्थायी नहीं बल्कि अस्थायी यानी की संविदा शिक्षकों की चयन प्रक्रिया पर है। प्रदेश के 87,000 से ज्यादा बालवाटिकाओं (Pre-Primary Class – 3 से 6 साल के बच्चों के लिए) में इस साल करीब 10,000 संविदा शिक्षक (जिन्हें ECCE Educator कहा जाएगा) नियुक्त किए जाएंगे। ये शिक्षक अस्थायी होंगे, यानी उन्हें स्थायी नौकरी या सरकारी वेतन नहीं मिलेगा।

    इस संविदा शिक्षक के लिए साइंस (विज्ञान) विषय से स्नातक (Graduate) महिला और पुरुष आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें की यह चयन प्रकिया “सेवायोजन पोर्टल” के जरिए की जा रही है।

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    इस नया अपडेट का असर बीएड/डीएलएड छात्रों पर पड़ेगा?

    इसका उत्तर है बिलकुल हां, क्योंकि जो लोग बीएड और डीएलएड करके सरकारी शिक्षक बनने का सपना देख रहे थे, उनके लिए अभी कोई नई स्थायी न्युक्ति नहीं निकलेगी। सरकार का रुख अब कम खर्च वाली संविदा भर्तियों की ओर बढ़ रहा है। इसपर आपका क्या विचार है कृपया हमें कमेंट कर के बताएं।

  • CTET Cut Off 2025: यहाँ देखें GEN, OBC, SC/ST के लिए पासिंग मार्क्स कितना है

    CTET Cut Off 2025: यहाँ देखें GEN, OBC, SC/ST के लिए पासिंग मार्क्स कितना है

    CTET Cut Off 2025: जितने भी छात्र केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहें है उनको तो पता होगा की जुलाई 2025 में CTET की परीक्षा होने वाली है, तो परीक्षा देने से पहले उसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें पता होनी चाहिए जैसे की परीक्षा कितने नंबर का होता है, कितना सलवा आता है और Cut Off कितना तक जाता है।

    अगर आप CTET 2025 देने वाले हैं, तो आपके लिए यह जानना बहुत ज़रूरी है कि इस परीक्षा को पास करने के लिए कितने नंबर चाहिए। उनको तो खासकर जानना जरुरी होता है OBC, SC, ST जैसी आरक्षित श्रेणी से हैं, क्युकी आपके लिए कट-ऑफ और क्वालिफाइंग मार्क्स थोड़ा अलग होता है। इस आर्टिकल में हम आपको CTET 2025 की कट ऑफ, पासिंग मार्क्स और रिजर्वेशन कैटेगरी के अनुसार ज़रूरी जानकारियां विस्तार से बताया है आपसे बस अनुरोध है की अंतिम तक बने रहें।

    CTET में कुल कितना परीक्षा होता है

    CTET (Central Teacher Eligibility Test) एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जिसे CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) आयोजित करता है। यह परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए होती है जो कक्षा 1 से 8 तक के लिए सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनना चाहते हैं। CTET में दो पेपर होते हैं पहला पेपर को बोलता है पेपर 1 जो कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के लिए होता है। दूसरा का नाम है पेपर 2 ये कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाने के लिए होता है।

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    CTET 2025 पासिंग मार्क्स

    आपको बता दें की केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने CTET परीक्षा के लिए अलग अलग वर्ग यानि की केटेगरी के लोगों के लिए अलग अलग पासिंग मार्क्स को रखा है। निचे हमने आपको डिटेल में समझाया है की आपके वर्ग का क्या पासिंग मार्क है।

    CategoryPassing MarksPercentage
    GENERAL / UR90 Marks60%
    OBC82.5 Marks55%
    SC82.5 Marks55%
    ST82.5 Marks55%

    CTET परीक्षा पास के लिए कुछ महत्वपूर्ण बात

    जो भी छात्र CETE की परीक्षा देने वाले हैं उनको कुछ जरुरी बातों का पता होना आवश्यक है जैसे की CTET परीक्षा में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है। CTET पेपर 1 और पेपर 2 में से कोई भी दे सकते हैं, अपने अपने शिक्षक बनने के जरूरत अनुसार अगर आप चाहे तो या दोनों भी दें सकतें हैं। जो अभ्यर्थी निर्धारित कट ऑफ अंक प्राप्त कर लेते हैं, उन्हें CTET का सर्टिफिकेट मिलता है। पहले यह सर्टिफिकेट कुछ सालों के लिए ही वैद था लेकिन अब यह सर्टिफिकेट लाइफटाइम के लिए वैलिड हो गया है। यानी इसे बार-बार देने की ज़रूरत नहीं। यह नया नियम हाल में में लागू किया गया है।

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    CTET परीक्षा पास के बाद क्या होगा

    यह जानकारी केवल उनके लिए है जो भविष्य में CTET परीक्षा की तैयारी करने वाले हैं। CTET परीक्षा को पास करने से आप केंद्र सरकार के KVS, NVS, आर्मी स्कूल, और अन्य सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के पात्र हो जाते हैं। अगर आप चाहे तो इन स्कूलों में टीचर की नौकरी कर सकतें हैं। इसके अलावा कई राज्य भी CTET स्कोर को शिक्षक भर्ती में मान्यता देते हैं। CTET केवल पात्रता परीक्षा है। नौकरी के लिए आपको अलग से आवेदन करना होता है। उम्मीद है आपको यह पूरी जानकारी समझ में आई होगी।

  • B.Ed Course Rules Change News: बीएड कोर्स में बड़ा बदलाव, NCTE की नई गाइडलाइन जारी

    B.Ed Course Rules Change News: बीएड कोर्स में बड़ा बदलाव, NCTE की नई गाइडलाइन जारी

    B.Ed Course Rules Change News: शिक्षक बनने के लिए जो भी छात्र तैयारी कर रहें हैं उनके लिए महत्वपूर्ण अपडेट है जरूर पढ़ें। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने बीएड (B.Ed) कोर्स को लेकर नए नियम और दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अब बीएड की पढ़ाई के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं ताकि शिक्षा का स्तर सुधरे और छात्रों को ज्यादा फायदा मिले। अब से B.Ed की पढ़ाई सिर्फ मल्टी-डिसीप्लिनरी कॉलेज में ही होगी।

    राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के द्वारा लाए गए नए नियमों के मुताबिक अब अकेले बीएड कराने वाले कॉलेज (Single B.Ed College) को अनुमति नहीं मिलेगी। अब बीएड कोर्स केवल मल्टी-डिसीप्लिनरी कॉलेज में ही करवाया जा सकेगा। यानी ऐसा कॉलेज जहां बीएड के साथ-साथ अन्य डिग्री कोर्स (जैसे बीए, बीएससी, बीकॉम आदि) भी चल रहे हों। चलिए जानतें हैं इस बदलाव के बारे में पूरी जानकारी, अनुरोध है की इस लेख के साथ अंतिम तक बने रहें।

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    B.Ed Course Rules Change News

    जिन बीएड कॉलेजों की दूरी 3 से 10 किलोमीटर के अंदर है, उन्हें अब पास के किसी बड़े डिग्री कॉलेज में मिला (Merge) दिया जाएगा। ऐसे कॉलेज अब खुद से अकेले बीएड की पढ़ाई नहीं करवा पाएंगे, बल्कि उन्हें किसी और कॉलेज के साथ मिलकर काम करना होगा। पूरे भारत में लगभग 15,000 से ज्यादा बीएड कॉलेज हैं।

    राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की नई योजना है कि सभी कॉलेजों को साल 2030 तक मल्टी-डिसीप्लिनरी कॉलेजों में बदला जाए, ताकि छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने यह फैसला छात्रों के हित के लिए किया गया है।

    इतने छात्रों को मिलेगा एडमिशन

    एडमिशन को लेकर भी बड़े बदलाव किये गए हैं। अब हर बीएड कोर्स में 50 छात्रों को ही दाखिला दिया जाएगा। इससे पढ़ाई की गुणवत्ता बनी रहेगी और शिक्षकों पर काम का बोझ भी कम होगा। इन नए नियम के तहत B.Ed कॉलेजों को मिली थोड़ी राहत, जो बीएड कॉलेज बंद होने की कगार पर हैं, या जिनके पास पर्याप्त छात्र और संसाधन नहीं हैं — उनके लिए एक विकल्प रखा गया है।

    ऐसे कॉलेज अपने आसपास के किसी बड़े कॉलेज के साथ मिलकर बीएड की पढ़ाई को जारी रख सकते हैं। इसके लिए दोनों कॉलेजों को आपसी समझौता (Agreement) करना होगा, और फिर वे एक-दूसरे के संसाधनों जैसे शिक्षक, भवन, पुस्तकालय आदि का साझा उपयोग कर सकेंगे।

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    आखिर इस बदलाव का मकसद क्या है

    राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के द्वारा इस बदलाव का सीधा सीधा मतलब है शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना। ऐसे कॉलेज जो केवल बीएड कोर्स चला रहे थे और बाकी किसी डिग्री की पढ़ाई नहीं होती थी, उन्हें मल्टी-डिसीप्लिनरी बनाना। छात्रों को बेहतर शैक्षिक माहौल देना, ताकि वे सिर्फ डिग्री न लें बल्कि व्यवहारिक ज्ञान भी प्राप्त करें। ऐसे छोटे कॉलेज जो आर्थिक कारणों से बंद हो सकते हैं, उन्हें बचाने के लिए उन्हें बड़े कॉलेजों से जोड़ना।

  • UP Teacher Appointment Suspended News: यूपी में 69000 शिक्षकों की नौकरी खतरे में! शिक्षा विभाग का आदेश

    UP Teacher Appointment Suspended News: यूपी में 69000 शिक्षकों की नौकरी खतरे में! शिक्षा विभाग का आदेश

    UP Teacher Appointment Suspended News: उत्तर प्रदेश के शिक्षकों के लिए बुरी खबर सामने आ रही है। प्रदेश में प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने के लिए साल 2018 में 69000 सहायक अध्यापकों की भर्ती निकाली गई थी। इन शिक्षकों की भर्ती उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के तहत हुई थी। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के तहत अब एक नई जानकारी सामने आई है – उन सभी शिक्षकों की नौकरी खत्म की जाएगी, जिनकी पढ़ाई (शैक्षणिक अर्हता) 22 दिसंबर 2018 तक पूरी नहीं हुई थी। क्या है पूरा मामला आइये जानतें हैं इस आर्टिकल में, अनुरोध है की अंत तक बने रहें।

    22 दिसंबर 2018 वो आखिरी तारीख थी, जब तक किसी भी अभ्यर्थी को अपनी पढ़ाई पूरी कर लेनी थी और उसके दस्तावेज़ (डिग्री, प्रमाणपत्र आदि) तैयार होने चाहिए थे।

    किन किन शिक्षकों की सेवा होगी समफ्त

    सभी टीचर को डरने की जरूरत नहीं है, अब जानतें हैं की कौन कौन से वो शिक्षक हैं जिनकी नौकरी समफ्त होने वाली है। प्राथमिक स्कूलों के ऐसे शिक्षक, जिनका BTC/DElEd कोर्स पूरा नहीं हुआ था, लेकिन फिर भी उन्होंने आवेदन कर दिया था। कुछ अभ्यर्थियों के बैक पेपर (Back Paper) आए थे, यानी उनकी परीक्षा में कुछ विषय बाकी रह गए थे। इनको भी पद से निकाला जाएगा।

    इन अभ्यर्थियों के बैक पेपर का रिजल्ट बाद में आया, जब तक आवेदन की अंतिम तारीख निकल चुकी थी। इसका मतलब – उन्होंने उस समय पूरी योग्यता हासिल नहीं की थी, फिर भी नौकरी पा गए। अब विभाग इसे नियमों के खिलाफ मान रहा है।

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    यूपी सरकार ने क्या आदेश जारी किया है

    बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी ज़िलों के बीएसए (जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी) को निर्देश दिया है कि ऐसे शिक्षकों से जवाब (स्पष्टीकरण) लिया जाए कि क्यों उन्होंने अधूरी योग्यता के साथ आवेदन किया। फिर उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएं, यानी नौकरी से हटा दिया जाए। इसके साथ-साथ, जो अधिकारी, कर्मचारी या चयन समिति के सदस्य ऐसे अभ्यर्थियों को पास करवाने में शामिल थे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होने वाली है।

    शिक्षक की ये भर्ती कब और कैसे हुई थी

    आपको बता दे की शिक्षक की यह भर्ती तीन चरणों में हुई थी पहला अक्टूबर 2020 में 31277 पदों की काउंसलिंग हुई थी। दूसरा दिसंबर 2020 में 36590 पदों की काउंसलिंग की गई थी। इसके बाद भी कुछ पद बचे, तो फिर से काउंसलिंग हुई थी। लेकिन उसी दौरान पूरी प्रक्रिया में कुछ ऐसे शिक्षक भी चुने गए जिनकी पढ़ाई आवेदन की आखिरी तारीख तक पूरी नहीं थी।

    अब शिक्षकों के लिए क्या संकट खड़ा हुआ है। कई शिक्षक, जो पिछले 4-5 सालों से पढ़ा रहे हैं, अब अपनी नौकरी खो सकते हैं। शिक्षा विभाग का कहना है कि वो कोर्ट के आदेश और भर्ती नियमों का पालन कर रहा है। यह खबर उन हजारों शिक्षकों के लिए बहुत बड़ा झटका है, जो इतने सालों से सेवा दे रहे थे।

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    निष्कर्ष

    बुरी खबर आ रही है उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के लिए जिनकी 22 दिसंबर 2018 तक शैक्षणिक योग्यता पूरी नहीं हुई थी लेकिन फिर भी वह टीचर के पद के लिए चयन कर लिए गए थें, अब उनकी नौकरी खतरे में है। उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। दोषी अधिकारियों और चयनकर्ताओं पर भी होगी कार्रवाई।

  • UP Student Scholarship Good News: छात्रों को अब साल में दो बार मिलेगा स्कालरशिप पूरा अपडेट यहाँ देखें

    UP Student Scholarship Good News: छात्रों को अब साल में दो बार मिलेगा स्कालरशिप पूरा अपडेट यहाँ देखें

    UP Student Scholarship Good News: उत्तर प्रदेश के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट है। उत्तर प्रदेश सरकार ने छात्रों की सुविधा के लिए स्कॉलरशिप योजना में कुछ बड़े बड़े बदलाव किए हैं। अब ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों को पहले से बेहतर और आसान तरीके से स्कॉलरशिप मिलेगी।

    आपको बता दें की पहले छात्रों को पूरे साल की स्कॉलरशिप और फीस प्रतिपूर्ति (Reimbursement) एक बार में मिलती थी। यानी पूरे साल का पैसा एक साथ। इस प्रक्रिया में छात्रों को कई परेशानियाँ होती थीं। पैसा देर से मिलने के कारण कॉलेज की फीस भरने में दिक्कत आती थी। लेकिन अब ऐसे नहीं है नियम में अहम बदलाव हुए हैं क्या है बदलाव, कैसे कैसे फायदा मिलेगा पूरी जानकारी निचे दी गई है। अंत तक बने रहें।

    नियम में ये बदलाव क्यों हुआ है

    अब स्कॉलरशिप और फीस प्रतिपूर्ति हर सेमेस्टर के आधार पर दी जाएगी। मतलब, एक साल में दो बार – एक बार हर सेमेस्टर के बाद छात्र को स्कॉलरशिप और फीस की रकम मिलेगी।

    इस नियम को लागूं करने के बाद छात्रों को कुछ इस प्रकार फायदा मिलेगा। नए नियम के बाद अब छात्रों को समय पर पैसे मिलेंगे। कॉलेज की फीस जमा करने में आसानी होगी। पढ़ाई के दौरान आर्थिक बोझ कम होगा। छात्र बीच में पढ़ाई छोड़ने से बचेंगे।

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    बदलाव किसने किया और नया नियम काम कैसे करेगा

    यह बदलाव उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मिलकर किया है। इनका मकसद है कि स्कॉलरशिप देने की प्रक्रिया पारदर्शी और सरल होना चाहिए, छात्रों को फायदा देने के वजय निकसान न देखना पड़े।

    अब जानतें हैं की ये नए नियम कैसे काम करेंगे? अब छात्रों को हर सेमेस्टर में स्कॉलरशिप दी जाएगी। छात्रों को साल में दो बार फीस की प्रतिपूर्ति भी मिलेगी। इससे छात्रों को पढ़ाई के बीच में फाइनेंशियल तनाव नहीं होगा। पहले पोर्टल सिर्फ कुछ महीने ही खुलता था, लेकिन नया नियम के बाद स्कॉलरशिप पोर्टल साल भर खुला रहेगा। ऑफिशल वेबसाइट सालों भर खुला रहने के कारण अगर कोई छात्र किसी कारणवश स्कॉलरशिप में आवेदन नहीं कर पाया तो वह बाद में भी आवेदन कर सकता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने या फैसला छात्र के हित के लिए किया है।

    हाजिरी (Attendance) का भी नया तरीका

    अब छात्र की उपस्थिति यानी हाजिरी की जांच फेस रिकग्निशन (चेहरे की पहचान) से होगी। इसका मतलब है कि छात्र को कॉलेज में हाजिरी के समय अपना चेहरा दिखाना होगा। उसी से यह तय होगा कि वह छात्र कॉलेज में आया है या नहीं।

    छात्र की जानकारी अब तकनीकी तरीके से जाँची जाएगी। इससे फर्जीवाड़ा रुकेगा और सच्चे छात्रों को ही स्कॉलरशिप मिलेगी। छात्रों की मदद के लिए बनी कमेटी, सरकार ने एक विशेष कमेटी बनाई है। यह कमेटी छात्रों से जुड़ी समस्याओं को समझेगी और उनका समाधान बताएगी।

    नए कमेटी का काम होगा: छात्रों की समस्याएं सुनना, स्कॉलरशिप प्रक्रिया को आसान बनाना, समय पर पैसे दिलाना, मोबाइल ऐप से कर सकेंगे आवेदन, अब छात्र स्कॉलरशिप के लिए मोबाइल ऐप से भी आवेदन कर सकेंगे। इससे उन्हें साइबर कैफे या लंबी लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी।

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  • Special Teacher Appointment News: प्राइमरी स्कूलों में 7279 स्पेशल टीचर की बहाली जल्द, शिक्षा विभाग ने भेजा गाइडलाइन

    Special Teacher Appointment News: प्राइमरी स्कूलों में 7279 स्पेशल टीचर की बहाली जल्द, शिक्षा विभाग ने भेजा गाइडलाइन

    Special Teacher Appointment News: जिनका भी सपना शिक्षक बनने का था अब पूरा हो सकता है, बिहार सरकार आपको मौका देनी जा रही है। बिहार सरकार जल्द ही 7279 विशेष (स्पेशल) शिक्षकों की चयन प्रक्रिया शुरू करने वाला है। यह शिक्षक राज्य के सरकारी प्राथमिक (कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के) स्कूलों में नियुक्त किए जाएंगे। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने सारी जरूरी जानकारी और नियम बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को भेज दिए हैं। साथ ही विभाग ने BPSC से कहा है कि जल्द ही इसका विज्ञापन (Notification) जारी किया जाए, ताकि भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सके। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इसके लिए आधिकारिक अधिसूचना जून का जुलाई 2025 में जारी किया जाएगा।

    कितने पदों और किस वर्ग के लिए हैं

    न्यूज़ रिपोर्ट्स के हमे पता चला है की सरकारी प्राथमिक स्कूल कक्षा 1 से 5 तक के लिए 5534 पद नयुक्त किये जाएंगे और कक्षा 6 से 8 तक के लिए 1745 पद नयुक्त किए जाएंगे। इसी प्रकार सरकारी प्राथमिक स्कूल में स्पेशल शिक्षकों के लिए कुल पदों 7279 पदों पर नए टीचर का चयन किया जाएगा।

    न्यूज़ रिपोर्ट्स से यह भी पता चला है की ये सभी शिक्षक विशेष विद्यालयों (Special Schools) के लिए रखे जाएंगे, जहां खास जरूरतों वाले बच्चों (जैसे मूक-बधिर, मानसिक रूप से कमजोर, आदि) को पढ़ाया जाएगा।

    सरकार ने उम्र में छूट देने का भी निर्णय किया है। सरकार ने यह भी साफ किया है कि इस भर्ती में अधिकतम उम्र सीमा में 10 साल की छूट दी जाएगी। यानी जिन अभ्यर्थियों की उम्र ज़्यादा हो चुकी है, उन्हें भी इस भर्ती में मौका मिलेगा।

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    इस स्पेशल शिक्षक के लिए कौन कौन आवेदन कर सकता है

    इस स्पेशल शिक्षक पद के लिए वही आवेदन कर सकतें हैं जो अभ्यर्थी बिहार विशेष शिक्षक पात्रता परीक्षा 2023 (BSV-TET) को पास कर चुके हैं। आवेदन करते समय उनके पास CRR नंबर होना चाहिए, जो कि भारतीय पुनर्वास परिषद (RCI) से मान्यता प्राप्त हो। इसके साथ ही संबंधित प्रमाणपत्र भी देना जरूरी होगा। एक से ज्यादा दिव्यांगता श्रेणियों में आवेदन की छूट

    जो भी अभ्यर्थी दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने में सक्षम हैं और उनकी डिग्री या ट्रेनिंग पूरी है, वे 9 प्रकार की दिव्यांगता श्रेणियों में से एक या अधिक श्रेणियों के लिए आवेदन कर सकते हैं।

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    स्पेशल शिक्षक की चयन कैसे होगी

    BPSC ही इस भर्ती को आयोजित करेगा, जैसा कि हाल ही में सामान्य विद्यालय अध्यापकों की भर्ती की थी। उसी प्रक्रिया को अपनाते हुए 1 से 5 और 6 से 8 वर्गों के लिए भर्ती की जाएगी।

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    UP Samvida Shikshak Salary Hike: यूपी संविदा शिक्षकों को बड़ा तोहफा, मानदेय ₹31,763 हुआ! पूरी न्यूज़ यहाँ पढ़ें

    UP Samvida Shikshak Salary Hike: यूपी के तमाम संविदा शिक्षक और कर्मचारियों के सैलरी को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है, एक बार जरूर पढ़ें। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के संविदा शिक्षकों और कर्मचारियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। बयान के बाद शिक्षक और कर्मचारी काफी खुश नजर आए, खुसी की बात यह है कि सरकार ने इन लोगों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी कर दी है। हालांकि वह बात अलग है कि यह 5% की बढ़ोतरी भी कुछ शिक्षक और कर्मचारियों को कम लग रही है इसकेखिलाफ काफी रोष का माहौल भी बना हुआ है, चलिए डिटेल में जानतें हैं की पूरी खबर क्या है।

    किनका किनका सैलरी में बढ़ोतरी हुआ है

    उत्तर प्रदेश सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के तमाम शिक्षकों और कर्मचारीयों के सैलरी में 5% की बढ़ोतरी की है। अब इस बार से वेतन वृद्धि के बाद फुल टाइम टीचर का मानदेय 24,200 रुपए से बढ़कर 25,410 रुपए कर दिया जाएगा। वही पार्ट टाइम टीचर का सैलरी 12,181 रुपए से बढ़कर 12,790 रुपए कर दिया जायेगा।

    यह वेतन वृद्धि विशेष रूप से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में कार्यरत इन कर्मचारियों के लिए लागू की गई है: वार्डन (Warden), फुल टाइम टीचर, पार्ट टाइम टीचर, उर्दू टीचर, लेखाकार (Accountant), मुख्य रसोइया (Head Cook), सहायक रसोइया (Helper Cook), चौकीदार और चपरासी।

    मानदेय में कितना हुआ बढ़ोतरी टेबल के माध्यम से समझें

    पदनामपहले का वेतन (₹)अब का वेतन (₹)बढ़ोतरी (₹)
    वार्डन (FT)₹30,250₹31,763₹1,513
    फुल टाइम टीचर₹24,200₹25,410₹1,210
    पार्ट टाइम टीचर₹12,181₹12,790₹609
    उर्दू टीचर (PT)₹16,408₹17,196₹788
    लेखाकार₹13,673₹14,375₹702
    मुख्य रसोइया₹8,577₹9,006₹429
    सहायक रसोइया₹6,433 ₹6,755₹322
    चौकीदार/चपरासी₹7,147₹7,505₹358

    मानदेय बढ़ोतरी को किसने दी मंजूरी

    कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के तमाम शिक्षक और कर्मचारियों के इस सैलरी वृद्धि को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (PAB) से मंजूरी मिली है। राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा 2025-26 की जो सालाना योजना और बजट प्रस्तावित किया गया था, उसे बोर्ड ने पास कर दिया है।

    उत्तर प्रदेश के 740 विकास खंडों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इसमें करीब 12,000 संविदा शिक्षक और कर्मचारी कार्यरत हैं, जिन्हें इस सैलरी हाइक का सीधा फायदा मिलेगा।

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    शिक्षको और कर्मचारियों की स्थाई करने की मांग

    कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय यूनियन (ऑल इंडिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सरकार से मांग की है कि उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा विद्यालयों के संविदा कर्मचारियों को भी स्थायी किया जाए। उन्हें नियमित शिक्षकों के समान वेतन और सुविधाएं दी जाएं और वर्षों से सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को उचित सम्मान और वेतन मिलना चाहिए।

    कुछ लोगों को इस बढ़ोतरी से नारजगी भी है। सरकार ने 5% की वेतन वृद्धि की है, लेकिन कई शिक्षकों का कहना है कि यह वृद्धि बहुत कम है। उदाहरण के तौर पर वर्ष 2009 में पार्ट टाइम टीचर की सैलरी ₹7,200 थी। अब 2025 में ये सैलरी ₹12,790 हुई है। यानी 15 साल में सिर्फ ₹5,590 की बढ़ोतरी हुई। जबकि अन्य राज्यों में कस्तूरबा विद्यालयों के कर्मचारी स्थायी किए जा चुके हैं और उन्हें मिनिमम वेतनमान भी मिल रहा है।

  • CTET July Notification 2025 Update: सीटेट जुलाई परीक्षा और नोटिफिकेशन का लेटेस्ट अपडेट यहाँ देखें

    CTET July Notification 2025 Update: सीटेट जुलाई परीक्षा और नोटिफिकेशन का लेटेस्ट अपडेट यहाँ देखें

    CTET July Notification 2025 Update: हमारे देश में शिक्षक बनने के लिए हर साल एक परीक्षा ली जाती है, जिसका नाम है सीटीईटी (CTET) यानी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा। जितने भी लोग अभी सीटेट परीक्षा की तैयारी कर रहे होंगे उन सबको एक ही चीज़ का इन्तिज़ार होगा “CTET July Notification 2025”. लोग काफी दिनों से इसका इन्तिज़ार कर रहें हैं।

    आपको बता दें की CTET की यह परीक्षा CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) के द्वारा आयोजित कराई जाती है। CTET की परीक्षा में वही लोग शामिल होतें हैं जो सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनना चाहते हैं। तो ऐसे जानतें हैं इस आर्टिकल में CTET से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें जैसे की नोटिफिकेशन कब तक आएगा? परीक्षा कब तक होगी? कौन कौन आवेदन कर सकतें हैं? आवेदन शुल्क कितना लगेगा पूरी जानकारी दी गई है, आपसे अनुरोध है की अंत तक बने रहें।

    CTET जुलाई 2025 नोटिफिकेशन कब जारी होगा

    तैयारी कर रहे हो उम्मीदवारों को बता दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से सीटेट जुलाई नोटिफिकेशन को लेकर कोई भी आधिकारिक अपडेट अभी सामने नहीं आया है। अभी बताना मुश्किल है कि नोटिफिकेशन कब तक जारी किया जाएगा। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीटेट जुलाई 2025 का नोटिफिकेशन इस महीने के अंतिम सप्ताह या अगले महीने के पहले सप्ताह में जारी होने की पूरी संभावना है। नोटिफिकेशनकी अपडेट पाने के लिए आप इसके ऑफिशल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

    CTET परीक्षा 2025 कब तक होगी

    जैसा की आपको पता ही होगा की CTET परीक्षा हर साल दो बार होती है: पहली बार जुलाई में आयोजित की जाती है, वही पर दूसरी बार दिसंबर में आयोजित की जाती है। जब भी परीक्षा होती है, उससे पहले CBSE एक नोटिफिकेशन यानी जानकारी जारी करता है जिसमें आवेदन की तारीख, परीक्षा तिथि, और बाकी नियम बताए जाते हैं। अभी तक इसका नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है, नोटिफिकेशन के रिलीज होने का इंतजार करें।

    CTET परीक्षा में हुए कुछ बड़े बदलाव

    बड़ा बदलाव: अब परीक्षा तीन लेवल पर होगी। अब तक सीटीईटी में दो पेपर होते थे: पेपर 1 – कक्षा 1 से 5 के लिए। पेपर 2 – कक्षा 6 से 8 के लिए। अब नए नियम के अनुसार, तीसरा पेपर भी जोड़ा गया है:

    3. पेपर 3 – कक्षा 9 से 12 तक के लिए शिक्षक बनना है तो, यह बदलाव नई शिक्षा नीति के अनुसार किया गया है।

    CTET परीक्षा में पास होने के लिए कितने मार्क्स चाहिए

    सीटेट की परीक्षा में टोटल 150 मार्क के प्रश्न पूछे जाते हैं। आपको बता दें कि सीटेट की परीक्षा का पासिंग मार्क आपके केटेगरी यानी कि वर्ग पर निर्भर करता है। अगर आप सामान्य यानी कि जनरल वर्ग के अभ्यर्थी हैं तो आपको कम से कम 60% अंक लाना अनिवार्य है यानी की 90 मार्क्स लाना जरूरी है। वहीं पर अगर आप आरक्षित वर्ग की अभ्यर्थी हैं जैसे कि (एससी / एसटी / ओबीसी) तो आप अगर 55% मार्क्स भी ला देते हैं तो पास हो जाएंगे यानी कि 150 में से मात्र 82 अंक भी ला देते हैं तो आप पास हो जाएंगे। जो भी उम्मीदवार इस अंक को प्राप्त कर लेता है वह सीटेट परीक्षा में पास मान लिया जाता है।

    आवेदन शुल्क की जानकारी

    आवेदन शुल्क आपके पेपर पर निर्भर करता है। जैसा कि आपको पता है कि दो परीक्षा ली जाती है अगर आप जनरल या ओबीसी कैटेगरी के अभ्यर्थी हैं और पेपर 1 देना है तो ₹1000 आवेदन शुल्क लगेगा और दोनों देना है तो ₹1200 आवेदन शुल्क लगेगा। वहीं पर एससी एसटी और दिव्यांग कैटेगरी के अभ्यर्थियों का पेपर 1 का मंत्र ₹500 लगेगा और दोनों पेपर का ₹600 आवेदन शुल्क लगेगा। आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन, नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से होगा।

    CTET परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया

    अगर आप ऑनलाइन आवेदन करना चाहतें हैं तो, इसके लिए आपको नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यानपूर्वक फॉलो करना होगा। सबसे पहले सीटीईटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: ctet.nic.in होगे पग्र पर आपको रजिस्ट्रेशन करने का विकल्प दिखेगा उसपर क्लिक करें। क्लिक कर के रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा करें। फॉर्म भरते समय महत्वपूर्ण बातों का जरूर ध्यान रखें- जैसे की नाम, जन्म तिथि, शिक्षा योग्यता आदि।

    अब आपको कुछ जरूरी दस्तावेज को अपलोड करना होगा जैसे की पासपोर्ट साइज फोटो, सिग्नेचर आदि। सब अपलोड करने के बाद आवेदन फीस का भुगतान करें जो की ऑनलाइन माध्यम से होगा। फॉर्म सबमिट करें और एक प्रिंट आउट निकाल लें।

  • Bihar Teacher STET 2025: शिक्षा विभाग की तरफ से एसटीईटी को मिली मंजूरी, शिक्षक बनने का सपना आसान

    Bihar Teacher STET 2025: शिक्षा विभाग की तरफ से एसटीईटी को मिली मंजूरी, शिक्षक बनने का सपना आसान

    Bihar Teacher STET 2025: बिहार के तमाम छात्रों के लिए खुशखबरी मौका है जो बिहार में शिक्षक / टीचर बनने का सपना देखते हैं। जो भी उम्मीदवार टीचर की तैयारी कर रहें हैं एक बार इस पोस्ट को जरूर पढ़ें। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने यह तय किया है कि अब STET 2025 (Secondary Teacher Eligibility Test) का आयोजन किया जाएगा। आपको बता दें की STET का ये परीक्षा उन लोगों के लिए आयोजित कराया जाता है जो की कक्षा 9वी से लेकर कक्षा 12वी तक के शिक्षक बनना चाहते हैं।

    अब इस परीक्षा के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) को तैयारी शुरू करने का आदेश दे दिया गया है। इसका मतलब यह हुआ की छात्रों का इन्तिज़ार अब ख़त्म होने को है, जल्द ही STET की आवेदन प्रक्रिया और परीक्षा की तारीख को घोषित किया जाएगी।

    Bihar STET 2025 परीक्षा कैसे होगा

    बिहार में टीचर बनने के लिए यह परीक्षा CBT (Computer Based Test) यानी कंप्यूटर पर ऑनलाइन तरीके से ली जा सकती है। इस परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया भी पूरी तरह ऑनलाइन होगी। इच्छुक अभ्यर्थियों को बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से फॉर्म भरना होगा। हालांकि अभी तक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की तरफ से कोई भी अधिकारीक अपडेट सामने नहीं आया है कि इसका आवेदन प्रक्रिया कब से शुरू किया जाएगा, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के माने तो अगले महीने से आवेदन शुरू किया जा सकता है।

    टीचर बनने के लिए STET क्यों जरूरी है

    बिहार में अगर आप माध्यमिक (Class 9-10) या उच्च माध्यमिक (Class 11-12) के शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपको STET पास करना ज़रूरी है। यह परीक्षा उन योग्य अभ्यर्थियों को तैयार करने में मदद करती है जिन्हें आगे चलकर BPSC द्वारा शिक्षक नियुक्ति के लिए बुलाया जाएगा (यह चौथा चरण होगा)।

    अभी तक कुल कितनी बार हुआ है परीक्षा

    बिहार STET का ये परीक्षा अब तक कुल 3 बार हो चुकी है पहली बार 2011 में हुआ था। दूसरी बार STET की परीक्षा को 2019 में आयोजित किया गया था। तीसरी बार 2023 में हुआ था और अब चौथी बार यह परीक्षा 2025 में कराई जाएगी।

    बिहार STET 2025 का नोटिफिकेशन कब तक आएगा

    देखिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) के तरफ से कोई भी अभी तक ऑफिशल अपडेट सामने नहीं आया है कि बिहार STET का नोटिफिकेशन कब तक जारी किया जाएगा। लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का यह मानना है कि इस परीक्षा का आधिकारिक नोटिफिकेशन अगले महीना में जारी किया जा सकता है। जिस दिन नोटिफिकेशन जारी होगा आवेदन प्रक्रिया उसी दिन से शुरू किया जाएगा। उम्मीदवार इसके ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन प्रक्रिया पूरा कर सकते हैं।

    क्या-क्या सब्जेक्ट्स में आवेदन कर सकते हैं

    इस बार परीक्षा में 30 से ज़्यादा विषयों में आवेदन का मौका मिलेगा। इसका मतलब, आप अपने पढ़े हुए विषय या विशेषज्ञता के अनुसार विषय चुन सकते हैं।

    जो नियोजित शिक्षक (जिनकी अभी पक्की नौकरी नहीं हुई है) हैं, उन्हें इस परीक्षा के जरिए स्थायी नियुक्ति पाने का मौका मिलेगा। मतलब अब वो भी सरकारी शिक्षक बनने की तरफ एक बड़ा कदम बढ़ा सकते हैं।

    पिछले कुछ बार परीक्षा में पेपर लीक और तकनीकी गड़बड़ियों की शिकायतें हुई थीं। लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने कहा है कि परीक्षा पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष होगी।

    सोशल मीडिया पर छात्र इसे “शिक्षक बनने का सुनहरा मौका” कह रहे हैं। लाखों छात्रों के लिए यह परीक्षा एक नई उम्मीद बनकर आई है।