Author: Sarvan Kumar

  • RRB NTPC Exam Date 2025 Out: परीक्षा की तारीख घोषित, एडमिट कार्ड डिटेल यहाँ देखें

    RRB NTPC Exam Date 2025 Out: परीक्षा की तारीख घोषित, एडमिट कार्ड डिटेल यहाँ देखें

    RRB NTPC Exam Date 2025 Out: रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने NTPC (Non-Technical Popular Categories) परीक्षा 2025 की तारीख का ऐलान कर दिया है। जो भी उम्मीदवार लंबे समय से इस परीक्षा का इंतजार कर रहे थे, उनके लिए यह एक बड़ी खबर है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की NTPC परीक्षा की तारीख क्या है? इसका एडमिट कार्ड कब तक जारी होगा? एडमिट कार्ड को कैसे करें डाउनलोड, NTPC परीक्षा का पैटर्न क्या है सब जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

    RRB NTPC परीक्षा 2025 कब होगा

    जारी किये गए आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार RRB NTPC परीक्षा 2025 जो की CBT यानि की कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा होता है वह 05 जून से 24 जून 2025 के बिच आयोजित किया जाएगा। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड इस परीक्षा को कई चरणों में आयोजित करता है और अलग-अलग शहरों में सेंटर बनाए जातें हैं।

    RRB NTPC परीक्षा 2025 का एडमिट कार्ड कब तक आएगा

    देखिए एडमिट कार्ड को लेकर कोई भी आधिकारिक अपडेट सामने नहीं आया है की एडमिट क्राड़ कब तक जारी किया जायेगा। लेकिन कोई भी परीक्षा का एडमिट कार्ड परीक्षा से 4 – 5 दिन पहले आता है उसी प्रकार इसका भी एडमिट कार्ड परीक्षा से 5 दिन पहले जारी कर दिया जायेगा। उम्मीदवार इसके ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर अपना अपना एडमिट कार्ड को डाउनलोड कर सकतें हैं।

    एडमिट कार्ड डाउनलोड कैसे करें

    एडमिट कार्ड डाउनलोड करना बहुत आसान है आपको केवल निचे दिए गए सारे चरणों को ध्यानपूर्वक फॉलो करें:

    • सबसे पहले आपको RRB की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है www.rrbcdg.gov.in
    • होम पेज पर आपको “NTPC Admit Card 2025” लिंक मिलेगा उसपर क्लिक करें।
    • क्लिक करतें ही नया पेज ओपन होगा जहाँ आपको अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि (DOB) डालना है।
    • दर्ज करने के बाद निचे “सबमिट” वाले बटन पर क्लिक करें।
    • क्लिक करतें ही आपके स्क्रीन पर एडमिट कार्ड दिखेगा।
    • उसे डाउनलोड करें और उसका प्रिंट आउट निकालना ना भूलें।

    एडमिट कार्ड पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारी

    RRB NTPC परीक्षा 2025 के एडमिट कार्ड पर कुछ महत्वपूर्ण डिटेल होगा जिसे चेक करना अनिवार्य है जैसे की आपका नाम और फोटो, आपका रोल नंबर, परीक्षा की तारीख और समय, परीक्षा केंद्र का नाम और पता।

    RRB NTPC परीक्षा का पैटर्न

    सीबीटी 1: कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा 1 यह परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से लिया जाएगा। इसमें कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे जो की पुरे 100 अंक का होता है यानी की प्रत्येक सवाल एक एक नंबर का होता है। परीक्षा की अवधि 90 मिनट राखी गई है, वही पर PwBD उम्मीदवारों के लिए 120 मिनट दिया जाता है। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी होता है प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटा जाएगा।

    सीबीटी 2: यह परीक्षा भी ऑनलाइन मोड में होता है। इसमें कुल प्रश्न 120 होतें हैं और टोटल मार्क्स भी 120 होता है यानि की प्रत्येक सवाल के लिए एक नंबर। परीक्षा की अवधि इसमें 90 मिनट होता है और इसमें भी नेगेटिव मार्किंग होता है प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटा जाएगा।

  • CBSE School Free Admission: इस सीबीएसई स्कूल में होगा फ्री एडमिशन! न रजिस्ट्रेशन फीस, बस कुछ शर्तें हैं…

    CBSE School Free Admission: इस सीबीएसई स्कूल में होगा फ्री एडमिशन! न रजिस्ट्रेशन फीस, बस कुछ शर्तें हैं…

    CBSE School Free Admission: अभी अभी हाल ही में सीबीएसई ने अपना 10वी 12वी बोर्ड परीक्षा के परिणाम को जारी किया है। लाखों छात्र अब यही सोच रहें होंगे की कहाँ एडमिशन लिया जाए। अगर आप 10वी अभी अभी पास किए हैं तो आपके और आपके माता पीटना के लिए खुशखबरी वाली खबर है। वह बच्चे जिन्होंने सीबीएसई 10वीं बोर्ड की परीक्षा में अच्छे नंबर लाए हैं। झारखंड के कोडरमा जिले के एक CBSE स्कूल ने 11वीं कक्षा में एडमिशन फीस और हर महीने की ट्यूशन फीस में छूट देने की घोषणा की है। कौन सा स्कूल है और कितना छूट दिया जायेगा आइए जानतें हैं इस आर्टिकल में अंतिम तक जरूर पढ़ें।

    Scholarship For Class 11th Students

    ये स्कॉलरशिप कोडरमा जिले के झुमरी तिलैया शहर के महाराणा प्रताप चौक के पास बने मॉडर्न पब्लिक स्कूल की ओर से दी जा रही है। यह स्कूल पिछले 35 सालों से चल रहा है और जिले के टॉप स्कूलों में गिना जाता है।

    अब काफी लोग यही सोच रहें होंगे की आखिर क्यों ये स्कूल स्कालरशिप दे रहा है, तो आपको बता दें की स्कूल के प्रिंसिपल शैलेंद्र कुमार का कहना है कि कई होशियार बच्चे सिर्फ पैसों की कमी के कारण अच्छे स्कूल में पढ़ाई नहीं कर पाते। ऐसे बच्चों की मदद करने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए यह स्कॉलरशिप योजना शुरू की गई है। चलिए ये सुनने के बाद ऐसा लगता है की अभी संसार में अच्छे लोग जिंदा हैं।

    इस स्कूल में आवेदन कब तक कर सकतें हैं

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्कूल द्वारा दिए गए निर्देश पर इस स्कॉलरशिप के लिए स्टूडेंट्स को आवेदन करने की आखिरी तारीख 30 जून 2025 तक रखा गया है। अगर आपने 10वीं में अच्छे नंबर लाए हैं, तो इस मौके को बिल्कुल न चूकें। जल्द से जल्द आवेदन करें।

    झारखंड के इस स्कूल में CBSE बोर्ड की 10वीं की परीक्षा के नंबरों के आधार पर छूट दी जाएगी। साइंस स्ट्रीम के लिए: इंग्लिश, साइंस और मैथ्स के नंबर देखे जाएंगे। कॉमर्स स्ट्रीम के लिए: इंग्लिश, साइंस, मैथ्स और सोशल साइंस के नंबर देखे जाएंगे।

    स्कूल फी में कितना छूट दिया जाएगा

    आपको बता दें की स्टूडेंट के प्राप्त प्रतिशत के आधार पर आपको इस स्कूल में एडमिशन और ट्यूशन फीस में छूट दिया जायेगा। अगर आपने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में 95% या उससे ज़्यादा नंबर लाया है तो आपको ट्यूशन में 70% छूट दी जाएगी और एडमिशन फी में 100% छूट (पूरी माफ) दी जाएगी। अगर आपका परीक्षा में 90% या उससे ज़्यादा आया है तो आपको ट्यूशन फी में 50% छूट दिया जायेगा और एडमिशन फी में 50% छूट दी जाएगी। जिन स्टूडेंट्स का नंबर 85% या उससे ज़्यादा है उनको 30% की छूट दी जाएगी और एडमिशन फी में 50% छूट दी जाएगी।

    कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज

    स्कूल में एडमिशन के समय ये महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट साथ लेकर जाना जरुरी है जैसे की SLC (स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र), 10वीं की मार्कशीट, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो। जो छात्र पहले से इस स्कूल में पढ़ रहे हैं, उन्हें 11वीं में एडमिशन के लिए कोई फीस नहीं देनी होगी।

  • यूपी में 10000 संविदा शिक्षकों की जरूरत, विभाग ने जारी किया बड़ा अपडेट- UP Contract Teacher Appointment News

    यूपी में 10000 संविदा शिक्षकों की जरूरत, विभाग ने जारी किया बड़ा अपडेट- UP Contract Teacher Appointment News

    UP Contract Teacher Appointment News: उत्तर प्रदेश से शिक्षकों के लिए बड़ी खबर आ रही है। उत्तर प्रदेश के सरकारी ने (परिषदीय) प्राथमिक स्कूलों में नए स्थायी शिक्षकों की चयन को फिलहाल के लिए रोक दी है। उत्तर प्रदेश के जितने भी छात्र जो बीएड और डीएलएड किए हुए थें और काफी लंबे समय से शिक्षक न्युक्ति की विज्ञप्ति यानि की (Notification) का इंतजार कर रहे थे, अब उनको बहुत बड़ा झटका लग सकता है। शिक्षा विभाग का कहना है कि अभी स्कूलों में जितने शिक्षक हैं, वो काफी हैं, इसलिए नई भर्तियों की ज़रूरत नहीं है। क्या है ये पूरा मामला हमने आपको विस्तारपूर्वक इस आर्टिकल में लिखकर समझाया है तो अनुरोध है की अंत तक बने रहें।

    छात्रों और शिक्षकों का इसपर क्या राय है

    आपको बता दें की अभी उत्तर प्रदेश में 1 शिक्षक पर औसतन 29 छात्र हैं। अगर शिक्षामित्र और अनुदेशक भी जोड़ दिए जाएं, तो ये अनुपात 1 शिक्षक पर 22 छात्र का हो जाता है। “शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE Act)” के अनुसार: प्राथमिक स्कूल (1st से 5th) में: 30 छात्रों पर 1 शिक्षक होना चाहिए। उच्च प्राथमिक स्कूल (6th से 8th) में: 35 छात्रों पर 1 शिक्षक होना चाहिए। इस हिसाब से देखा जाए तो सरकार के मानकों के अनुसार फिलहाल शिक्षक पर्याप्त हैं।

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    यूपी राज्य में कुल कितने स्कूल और शिक्षक हैं

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तर प्रदेश में अभी फ़िलहाल कुल 1,32,000 सरकारी स्कूल (प्राथमिक व उच्च प्राथमिक) चल रहे हैं। इनमें काम कर रहे हैं नियमित शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक की बात करें तो कुल 4,34,000 नियमित शिक्षक, 1,40,000 शिक्षामित्र, 25,000 अनुदेशक मौजूद हैं। विभाग के अनुसार अभी भी करीब 59,000 पद खाली हैं, लेकिन स्कूलों में छात्रों की संख्या अपेक्षाकृत कम है, इसलिए नई शिक्षकों के चयन की जरूरत नहीं समझी जा रही है। अगर जरूरत पढ़ी भी तो सरकार संविदा पर शिक्षकों को चयन कर लेगी।

    फ़िलहाल के लिए संविदा शिक्षकों की होगी चयन

    जैसे की अभी तक आपको पता चल ही गया होगा की उत्तर प्रदेश की सरकार का ध्यान अभी स्थायी नहीं बल्कि अस्थायी यानी की संविदा शिक्षकों की चयन प्रक्रिया पर है। प्रदेश के 87,000 से ज्यादा बालवाटिकाओं (Pre-Primary Class – 3 से 6 साल के बच्चों के लिए) में इस साल करीब 10,000 संविदा शिक्षक (जिन्हें ECCE Educator कहा जाएगा) नियुक्त किए जाएंगे। ये शिक्षक अस्थायी होंगे, यानी उन्हें स्थायी नौकरी या सरकारी वेतन नहीं मिलेगा।

    इस संविदा शिक्षक के लिए साइंस (विज्ञान) विषय से स्नातक (Graduate) महिला और पुरुष आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें की यह चयन प्रकिया “सेवायोजन पोर्टल” के जरिए की जा रही है।

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    इस नया अपडेट का असर बीएड/डीएलएड छात्रों पर पड़ेगा?

    इसका उत्तर है बिलकुल हां, क्योंकि जो लोग बीएड और डीएलएड करके सरकारी शिक्षक बनने का सपना देख रहे थे, उनके लिए अभी कोई नई स्थायी न्युक्ति नहीं निकलेगी। सरकार का रुख अब कम खर्च वाली संविदा भर्तियों की ओर बढ़ रहा है। इसपर आपका क्या विचार है कृपया हमें कमेंट कर के बताएं।

  • CTET Cut Off 2025: यहाँ देखें GEN, OBC, SC/ST के लिए पासिंग मार्क्स कितना है

    CTET Cut Off 2025: यहाँ देखें GEN, OBC, SC/ST के लिए पासिंग मार्क्स कितना है

    CTET Cut Off 2025: जितने भी छात्र केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहें है उनको तो पता होगा की जुलाई 2025 में CTET की परीक्षा होने वाली है, तो परीक्षा देने से पहले उसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें पता होनी चाहिए जैसे की परीक्षा कितने नंबर का होता है, कितना सलवा आता है और Cut Off कितना तक जाता है।

    अगर आप CTET 2025 देने वाले हैं, तो आपके लिए यह जानना बहुत ज़रूरी है कि इस परीक्षा को पास करने के लिए कितने नंबर चाहिए। उनको तो खासकर जानना जरुरी होता है OBC, SC, ST जैसी आरक्षित श्रेणी से हैं, क्युकी आपके लिए कट-ऑफ और क्वालिफाइंग मार्क्स थोड़ा अलग होता है। इस आर्टिकल में हम आपको CTET 2025 की कट ऑफ, पासिंग मार्क्स और रिजर्वेशन कैटेगरी के अनुसार ज़रूरी जानकारियां विस्तार से बताया है आपसे बस अनुरोध है की अंतिम तक बने रहें।

    CTET में कुल कितना परीक्षा होता है

    CTET (Central Teacher Eligibility Test) एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जिसे CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) आयोजित करता है। यह परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए होती है जो कक्षा 1 से 8 तक के लिए सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनना चाहते हैं। CTET में दो पेपर होते हैं पहला पेपर को बोलता है पेपर 1 जो कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के लिए होता है। दूसरा का नाम है पेपर 2 ये कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाने के लिए होता है।

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    CTET 2025 पासिंग मार्क्स

    आपको बता दें की केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने CTET परीक्षा के लिए अलग अलग वर्ग यानि की केटेगरी के लोगों के लिए अलग अलग पासिंग मार्क्स को रखा है। निचे हमने आपको डिटेल में समझाया है की आपके वर्ग का क्या पासिंग मार्क है।

    CategoryPassing MarksPercentage
    GENERAL / UR90 Marks60%
    OBC82.5 Marks55%
    SC82.5 Marks55%
    ST82.5 Marks55%

    CTET परीक्षा पास के लिए कुछ महत्वपूर्ण बात

    जो भी छात्र CETE की परीक्षा देने वाले हैं उनको कुछ जरुरी बातों का पता होना आवश्यक है जैसे की CTET परीक्षा में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है। CTET पेपर 1 और पेपर 2 में से कोई भी दे सकते हैं, अपने अपने शिक्षक बनने के जरूरत अनुसार अगर आप चाहे तो या दोनों भी दें सकतें हैं। जो अभ्यर्थी निर्धारित कट ऑफ अंक प्राप्त कर लेते हैं, उन्हें CTET का सर्टिफिकेट मिलता है। पहले यह सर्टिफिकेट कुछ सालों के लिए ही वैद था लेकिन अब यह सर्टिफिकेट लाइफटाइम के लिए वैलिड हो गया है। यानी इसे बार-बार देने की ज़रूरत नहीं। यह नया नियम हाल में में लागू किया गया है।

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    CTET परीक्षा पास के बाद क्या होगा

    यह जानकारी केवल उनके लिए है जो भविष्य में CTET परीक्षा की तैयारी करने वाले हैं। CTET परीक्षा को पास करने से आप केंद्र सरकार के KVS, NVS, आर्मी स्कूल, और अन्य सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के पात्र हो जाते हैं। अगर आप चाहे तो इन स्कूलों में टीचर की नौकरी कर सकतें हैं। इसके अलावा कई राज्य भी CTET स्कोर को शिक्षक भर्ती में मान्यता देते हैं। CTET केवल पात्रता परीक्षा है। नौकरी के लिए आपको अलग से आवेदन करना होता है। उम्मीद है आपको यह पूरी जानकारी समझ में आई होगी।

  • UP Contract Employees Salary Hike: यूपी के 8 लाख आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी, जाने पूरी रिपोर्ट

    UP Contract Employees Salary Hike: यूपी के 8 लाख आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी, जाने पूरी रिपोर्ट

    UP Contract Employees Salary Hike: महत्वपूर्ण अपडेट सामने आ रही है उत्तर प्रदेश की तरफ से, यूपी के जितने भी संविदा कर्मचारी हैं उनको यह अपडेट अवश्य पढ़ना चाहिए। यूपी में अलग-अलग सरकारी विभागों में काम कर रहे 8 लाख से ज्यादा आउटसोर्स संविदा कर्मचारियों के लिए एक बहुत अच्छी खबर आई है। अब इन कर्मचारियों की स्थिति सुधारने और उन्हें बेहतर सुविधा देने के लिए “उत्तर प्रदेश आउटसोर्स सेवा निगम” (UP Outsourcing Services Corporation) का गठन किया गया है।

    अब जानतें हैं की यह निगम क्या है और इस निगम के होने से क्या क्या फायदा होगा ? आपको बता दें की अब तक जितने भी कर्मचारी काम कर रहें हैं वह सब से सब अलग-अलग प्राइवेट एजेंसियों के जरिए भर्ती किए जाते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भर्ती करने के बाद एजेंसियां उनके वेतन से कटौती करती थीं और कई बार उनका शोषण भी करती थीं। लेकिन अब सरकार ने तय किया है कि इन कर्मचारियों को एक सरकारी निगम के जरिए भर्ती और वेतन दिया जाएगा। क्या है पूरा मामला, चलिए जानतें हैं इस लेख के माध्यम से तो अंतिम तक बने रहिएगा।

    कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये महीना

    नई व्यवस्था के अनुसार जितने भी संविदा कर्मचारी अब भर्ती होंगे, अब हर आउटसोर्स कर्मचारी को कम से कम ₹18,000 प्रति माह वेतन मिलेगा ही मिलेगा। आपको बता दें की यह वेतन सरकार द्वारा तय किया गया है, ताकि कोई कर्मचारी इससे कम वेतन न पाए। हालांकि अभी यह वेतन एजेंसी के माध्यम से ही दिया जाएगा, लेकिन कर्मचारी चाहते हैं कि वेतन सीधे निगम के माध्यम से मिले, जिससे एजेंसियों की मनमानी खत्म हो। सरकार के इस बड़े कदम से एजेंसियों को काफी नुकसान देखने को मिलेगा लेकिन कर्मचारियों को इससे काफी फायदा है।

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    संविदा कर्मचारियों की क्या मांगें हैं

    आउटसोर्स संविदा कर्मचारी संगठनों ने सरकार से कुछ महत्वपूर्ण मांगें की हैं जैसे की: वेतन भुगतान की जिम्मेदारी एजेंसी की न होकर निगम की होनी चाहिए। क्योंकि निगम का मकसद ही एजेंसियों के शोषण से छुटकारा दिलाना है, इसलिए अगर वेतन फिर से एजेंसी से ही मिलेगा तो इसका फायदा अधूरा रह जाएगा। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद और महामंत्री अरुणा शुक्ला ने इस मुद्दे को सरकार के सामने रखा है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने भरोसा दिलाया है कि इस पर विचार किया जाएगा।

    निगम द्वारा मिलने वाली कुछ अन्य सुविधाएं

    उत्तर प्रदेश आउटसोर्स सेवा निगम द्वारा नई व्यवस्था लागू होने के बाद संविदा कर्मचारियों को केवल वेतन ही नहीं बल्कि और भी कई सरकारी सुविधाएं भी दी जाएँगी जैसे की मेडिकल लीव (बीमारी की छुट्टी), आकस्मिक अवकाश (Casual Leave), मैटरनिटी लीव (महिला कर्मचारियों के लिए प्रसूति अवकाश), न्यूनतम पेंशन ₹1000 से ₹7000 तक, स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता, मेरिट के आधार पर भर्ती (योग्यता के अनुसार चयन), नया चयन केवल निगम के माध्यम से ही किया जाएगा ये सब सुविधाएं एक आउटसोर्स संविदा कर्मचारी को दी जाएगी जो की पहले नहीं दी जाती थी।

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    कब से लागू किया जाएगा यह नया सिस्टम

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार “उत्तर प्रदेश आउटसोर्स सेवा निगम” (UP Outsourcing Services Corporation) पूरी तरह से तैयार हो चुका है। अब इसे कैबिनेट की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा। उम्मीद है कि अगली कैबिनेट मीटिंग में इसे पास कर दिया जाएगा। मंजूरी के बाद यह निगम लागू हो जाएगा और सभी नए नियम और सुविधाएं उसी दिन से शुरू कर दी जाएंगी।

  • Gold Rate Today: सोने की कीमतों में भारी उछाल, चांदी एक बार फिर पहुंची 1 लाख यहाँ देखें आज का भाव

    Gold Rate Today: सोने की कीमतों में भारी उछाल, चांदी एक बार फिर पहुंची 1 लाख यहाँ देखें आज का भाव

    Gold Rate Today: नमस्कार दोस्तों अगर आप सोना या चांदी खरीदने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह खबर आपको एक बार जरूर पढ़ना चाहिए, इस लेख में आपको सोने और चांदी से भागते हुए रेट के बारे में बताया गया है। गुरुवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने के दाम में 200 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी देखी गई है। 99.5% शुद्धता वाला सोना अब 98,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। कुल मिलाकर सोने की कीमत बढ़कर 98,650 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है।

    हम जैसे आम आदमी यही सोचतें रहतें हैं की आखिर सोना आखिर इतना महंगा कैसे होते जा रहा है। तो आइए जानतें हैं इस पोस्ट में की सोने चांदी का दाम इतना क्यों बढ़ रहा है। बाजार में आभूषण बनाने वालों (ज्वैलर्स) और सोना खरीदने वालों की मांग बढ़ गई है। यही कारण सोने की कीमत ऊपर गई है।

    चांदी का रेट कितना हो गया

    आपको बता दें की सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी की कीमत में भी जोरदार उछाल आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुरुवार को चांदी के दाम 2,040 रुपये प्रति किलो बढ़े हैं। यानी की अब चांदी की कीमत 1,01,200 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी टैक्स सहित) हो गई है।

    चांदी का कितमा इतना तेज़ी से क्यों बढ़ रहा है? चांदी की बढ़ती हुई रेट पर विशेषज्ञों का कुछ इस प्रकार कहना है, कि दुनिया में चल रही आर्थिक और राजनीतिक हलचल की वजह से लोग चांदी में निवेश कर रहे हैं। इसी कारण इसकी मांग और कीमत दोनों बढ़ रही हैं।

    देश भर का क्या अपडेट है

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार (विदेशी मंडी) में सोने की कीमत थोड़ी कम हुई है: सोना करीब 0.50% गिरकर 3,298.69 डॉलर प्रति औंस हो गया है। लेकिन इसके बावजूद लोग अभी भी सोने में निवेश कर रहे हैं क्योंकि अमेरिकी डॉलर कमजोर हो गया है।

    दुनिया में अशांति और तनाव बढ़ रहा है (जैसे कि अमेरिका-चीन विवाद), इसलिए लोग सुरक्षित निवेश की तरफ झुक रहे हैं, जिसमें सोना सबसे भरोसेमंद माना जाता है।

    विशेषज्ञ इसपर क्या बोलते हैं

    चिंतन मेहता (CEO, Abans Financial Services) चिंतन मेहता का कहना है की डॉलर में गिरावट और दुनिया की आर्थिक स्थिति को लेकर चिंता बढ़ी है, इसलिए सोने की मांग बढ़ रही है।

    जतिन त्रिवेदी (LKP Securities) जतिन त्रिवेदी जी का कहना है की अंतरराष्ट्रीय तनाव और डॉलर की कमजोरी से लोग सोना खरीदने लगे हैं।

    सौमिल गांधी (HDFC Securities) वही पर सौमिल गांधी ने बयान में बताया की अमेरिका और चीन के बीच चल रहा तनाव और दुनिया में बढ़ती अनिश्चितता सोने को निवेश का अच्छा विकल्प बना रही है।

    Disclaimer

    यह खबर केवल जानकारी के उद्देश्य से है। शेयर बाजार या सोना-चांदी में निवेश करने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। हम किसी प्रकार की खरीद-बिक्री की सलाह नहीं देते।

  • B.Ed Course Rules Change News: बीएड कोर्स में बड़ा बदलाव, NCTE की नई गाइडलाइन जारी

    B.Ed Course Rules Change News: बीएड कोर्स में बड़ा बदलाव, NCTE की नई गाइडलाइन जारी

    B.Ed Course Rules Change News: शिक्षक बनने के लिए जो भी छात्र तैयारी कर रहें हैं उनके लिए महत्वपूर्ण अपडेट है जरूर पढ़ें। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने बीएड (B.Ed) कोर्स को लेकर नए नियम और दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अब बीएड की पढ़ाई के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं ताकि शिक्षा का स्तर सुधरे और छात्रों को ज्यादा फायदा मिले। अब से B.Ed की पढ़ाई सिर्फ मल्टी-डिसीप्लिनरी कॉलेज में ही होगी।

    राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के द्वारा लाए गए नए नियमों के मुताबिक अब अकेले बीएड कराने वाले कॉलेज (Single B.Ed College) को अनुमति नहीं मिलेगी। अब बीएड कोर्स केवल मल्टी-डिसीप्लिनरी कॉलेज में ही करवाया जा सकेगा। यानी ऐसा कॉलेज जहां बीएड के साथ-साथ अन्य डिग्री कोर्स (जैसे बीए, बीएससी, बीकॉम आदि) भी चल रहे हों। चलिए जानतें हैं इस बदलाव के बारे में पूरी जानकारी, अनुरोध है की इस लेख के साथ अंतिम तक बने रहें।

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    B.Ed Course Rules Change News

    जिन बीएड कॉलेजों की दूरी 3 से 10 किलोमीटर के अंदर है, उन्हें अब पास के किसी बड़े डिग्री कॉलेज में मिला (Merge) दिया जाएगा। ऐसे कॉलेज अब खुद से अकेले बीएड की पढ़ाई नहीं करवा पाएंगे, बल्कि उन्हें किसी और कॉलेज के साथ मिलकर काम करना होगा। पूरे भारत में लगभग 15,000 से ज्यादा बीएड कॉलेज हैं।

    राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की नई योजना है कि सभी कॉलेजों को साल 2030 तक मल्टी-डिसीप्लिनरी कॉलेजों में बदला जाए, ताकि छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने यह फैसला छात्रों के हित के लिए किया गया है।

    इतने छात्रों को मिलेगा एडमिशन

    एडमिशन को लेकर भी बड़े बदलाव किये गए हैं। अब हर बीएड कोर्स में 50 छात्रों को ही दाखिला दिया जाएगा। इससे पढ़ाई की गुणवत्ता बनी रहेगी और शिक्षकों पर काम का बोझ भी कम होगा। इन नए नियम के तहत B.Ed कॉलेजों को मिली थोड़ी राहत, जो बीएड कॉलेज बंद होने की कगार पर हैं, या जिनके पास पर्याप्त छात्र और संसाधन नहीं हैं — उनके लिए एक विकल्प रखा गया है।

    ऐसे कॉलेज अपने आसपास के किसी बड़े कॉलेज के साथ मिलकर बीएड की पढ़ाई को जारी रख सकते हैं। इसके लिए दोनों कॉलेजों को आपसी समझौता (Agreement) करना होगा, और फिर वे एक-दूसरे के संसाधनों जैसे शिक्षक, भवन, पुस्तकालय आदि का साझा उपयोग कर सकेंगे।

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    आखिर इस बदलाव का मकसद क्या है

    राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के द्वारा इस बदलाव का सीधा सीधा मतलब है शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना। ऐसे कॉलेज जो केवल बीएड कोर्स चला रहे थे और बाकी किसी डिग्री की पढ़ाई नहीं होती थी, उन्हें मल्टी-डिसीप्लिनरी बनाना। छात्रों को बेहतर शैक्षिक माहौल देना, ताकि वे सिर्फ डिग्री न लें बल्कि व्यवहारिक ज्ञान भी प्राप्त करें। ऐसे छोटे कॉलेज जो आर्थिक कारणों से बंद हो सकते हैं, उन्हें बचाने के लिए उन्हें बड़े कॉलेजों से जोड़ना।

  • EPFO New Rules: 5 बड़े बदलाव जो अभी EPFO खाताधारकों को जानना जरुरी है

    EPFO New Rules: 5 बड़े बदलाव जो अभी EPFO खाताधारकों को जानना जरुरी है

    EPFO New Rules: जितने भी EPFO खाताधारक हैं उनके लिए महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है, EPFO के नियम में कुछ बड़े बड़े बदलाव किये गए हैं जो आपको पता होना आवश्यक है। EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) में इस समय पूरे भारत देश में करीब 7 करोड़ से ज्यादा लोग इसके मेंबर बन चुके है। अब EPFO की कोशिश है कि इसका पूरा कामकाज कागज़ रहित (पेपरलेस) और पूरी तरह डिजिटल हो जाए।

    मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो 2025 की शुरुआत से EPFO ने कुछ ऐसे नए नियम लागू किए हैं, जो नौकरीपेशा लोगों और पेंशनर्स के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं। अब PF (भविष्य निधि), पेंशन और प्रोफाइल अपडेट जैसे काम जिसमे पहले काफी दिन लगतें थें अब पहले से ज़्यादा आसान, तेज और ऑनलाइन हो गए हैं। खासकर जिन लोगों का UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) आधार से लिंक है, उन्हें ज्यादा सुविधा होगी। इस लेख में हमने आपको EPFO द्वारा किये गए 5 सबसे बड़े बदलावों के बारे में बताया है, आपसे अनुरोध है की अंत तक बने रहें।

    प्रोफाइल अपडेट करना हुआ पहले से आसान

    पहले EPFO में प्रोफाइल अपडेट करने में काफी समय लगता था लें अब EPFO में अपनी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे की आपका नाम, जन्म तिथि, लिंग (जेंडर), राष्ट्रीयता, आपके माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, जीवनसाथी का नाम, नौकरी शुरू करने की तारीख अब सब कुछ अपडेट बिना कोई डॉक्यूमेंट अपलोड किए सीधे ऑनलाइन केवल एक मिनट में हो सकता है। बस आपका UAN आधार से लिंक होना चाहिए।

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    2. नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर पहले से काफी आसान

    नए निये लागू होने से पहले जब आप नौकरी बदलते थे, तो PF ट्रांसफर करने के लिए पुराने या नए ऑफिस की मंजूरी लेनी पड़ती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है 15 जनवरी 2025 से यह ज़रूरत खत्म हो गई है। अब अधिकतर मामलों में PF अपने आप आपके नए अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगा वो भी बिना किसी मंजूरी के एकदुम झंझट ही ख़त्म हो चूका है।

    3. UAN और जॉइंट दस्तावेज फॉर्म अब होगा ऑनलाइन

    16 जनवरी 2025 से EPFO ने जॉइंट डिक्लेरेशन फॉर्म को भी पूरी तरह डिजिटल कर दिया है। अगर आपका UAN आधार से जुड़ा हुआ है, तो आप यह फॉर्म अब ऑनलाइन भर सकते हैं। लेकिन अगर: UAN अभी तक बना ही नहीं है, आधार लिंक नहीं है, या कर्मचारी की मृत्यु हो चुकी है, तो इस केस में आपको फॉर्म हाथ से भरकर जमा करना ज़रूरी होगा।

    4. पेंशन पेमेंट के लिए नया सिस्टम लागू

    चौथा निया कुछ इस प्रकार है, 1 जनवरी 2025 से EPFO ने Centralized Pension Payment System (CPPS) शुरू किया गया है। अब जितने भी पेंशन भोगी हैं उनका पेंशन अब सीधे आपके बैंक खाते में भेजा जायेगा वह भी किसी प्रकार के बैंक में, बिना देरी के। पहले PPO (पेंशन ऑर्डर) को एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस भेजा जाता था जिससे देरी होती थी और पेंशन भोगी को काफी दिक्कत का सामना करना पढ़ता था। अब PPO को भी UAN से लिंक किया जाएगा ताकि Digital Life Certificate (जीवन प्रमाण पत्र) ऑनलाइन जमा करना आसान हो जाए।

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    5. ज्यादा सैलरी पर पेंशन का तरीका अब बिलकुल साफ

    जिनकी सैलरी EPFO की तय सीमा से ज्यादा है और वो इस पूरी सैलरी पर पेंशन चाहते हैं, उनके लिए अब नियम साफ कर दिए गए हैं। उन्हें अतिरिक्त (extra) योगदान देना होगा। जिन कंपनियों के पास अपना निजी PF ट्रस्ट है, उन्हें भी अब EPFO जैसा ही सिस्टम अपनाना होगा। पैसे की कटौती और भुगतान अब एक नए पारदर्शी और ट्रैकिंग योग्य सिस्टम से होगा।

    EPFO अब हो गया है पूरी तरह डिजिटल: इन सारे बदलावों से यह साफ हो गया है कि EPFO अब एक मॉडर्न और डिजिटल सिस्टम बन चुका है। अब ना तो फॉर्म भरने की झंझट है, ना बार-बार ऑफिस जाने की ज़रूरत, और ना ही काम में देरी।

  • OLD Pension Scheme: संविदा कर्मचारियों को मिलेगी पुरानी पेंशन, कोर्ट का बड़ा फैसला कर्मचारियों को मिली राहत

    OLD Pension Scheme: संविदा कर्मचारियों को मिलेगी पुरानी पेंशन, कोर्ट का बड़ा फैसला कर्मचारियों को मिली राहत

    OLD Pension Scheme: ओल्ड पेंशन स्कीम मामला में आया बड़ा मोड़। संविदा (Contract) पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट से एक बड़ी खुशखबरी दी है। काफी दिनों से है कोर्ट में ओल्ड पेंशन स्कीम का मामला चल रहा था, आखिर कार कोर्ट ने अपने फैसले दे दिया और कहा है कि जो संविदा कर्मचारी देरी से नियमित (पक्के) किए गए हैं, उन्हें भी पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) का लाभ मिलना चाहिए।

    इतना ही नहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साफ तौर पर कहा कि अगर कर्मचारियों को पक्का करने में देरी हुई, तो इसमें कर्मचारियों की कोई गलती नहीं है। इसलिए उन्हें पुरानी पेंशन योजना से वंचित नहीं किया जा सकता। चाहिए इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे की क्या है पूरा मामला, इसलिए आपसे अनुरोध है की आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें।

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    OLD Pension Scheme क्या है पूरा मामला

    कुछ कर्मचारी, जो पहले संविदा पर काम कर रहे थे, उन्होंने कोर्ट में याचिका लगाई थी। उनका कहना था कि उन्होंने 1987 से काम शुरू किया था और 1995 में अस्थायी रूप से सरकारी आदेश पर नियुक्त भी कर दिए गए थे। लेकिन सरकार ने उन्हें 2008 में जाकर नियमित (स्थायी) किया। सरकार ने इन कर्मचारियों को नई पेंशन योजना (जो 1 अप्रैल 2005 के बाद लागू हुई) के तहत रखा। लेकिन कर्मचारियों का कहना था कि उनका मौलिक यानी पहली नियुक्ति 2005 से पहले हुई थी, इसलिए उन्हें पुरानी पेंशन योजना मिलनी चाहिए।

    हाई कोर्ट ने क्या फैसला दिया

    इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस अश्विनी कुमार मिश्रा और प्रवीण कुमार गिरी की बेंच ने यह फैसला दिया गया था। हाई कोर्ट ने कहा कि कर्मचारी अगर 2005 से पहले पेंशन के योग्य हो चुके थे, तो उन्हें सिर्फ इसलिए पुरानी पेंशन से वंचित नहीं किया जा सकता क्योंकि सरकार ने उन्हें पक्का करने में देर कर दी। कोर्ट ने सरकार की उस दलील को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि 2005 के बाद नियमित हुए कर्मचारियों को पुरानी पेंशन नहीं दी जाएगी।

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    किन कर्मचारियों को मिलेगा ओल्ड पेंशन का फायदा

    आपको बता दें की ओल्ड पेंशन स्कीम का यह मामला प्रयागराज नगर निगम में तैनात कुछ अवर अभियंताओं (Junior Engineers) से जुड़ा था: चंद्र कुमार यादव, विनय कुमार सक्सेना, कृष्ण मोहन माथुर, सुरेश चंद्र लवड़िया। इन सभी को पहले संविदा पर नियुक्त किया गया था और बाद में उन्हें अस्थायी नियुक्ति मिली। लेकिन इन्हें पक्का करने में सरकार ने देर की और फिर इन्हें नई पेंशन योजना में डाल दिया। कोर्ट ने इन कर्मचारियों के पक्ष में फैसला दिया और कहा कि इन्हें नियुक्ति की मूल तारीख से ही पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाना चाहिए।

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    PM Awas Yojana Good News: आवास योजना की बढ़ गई आखरी तारीख, 1.20 लाख के अलावा भी कई फायदे

    PM Awas Yojana Good News: प्रधानमंत्री आवास योजना वालों के लिए खुशखबरी का अपडेट है जरूर पढ़ें। अगर आप आर्थिक रूप से गरीब हैं और अभी तक आपका पक्का घर नहीं बना पाए हैं तो आपके लिए बहुत अच्छी खबर है। प्रधानमंत्री आवास योजना सरकार के द्वारा लाया गया ये वो योजना है जो गरीब, बेघर और जरूरतमंद परिवारों को पक्का घर देना है। इस योजना के तहत भारत सरकार गरीब, बेघर और जरूरतमंद परिवारों को घर बनाने के लिए पैसा देती है और साथ में कई और जरूरी चीज़ें भी मुफ्त या रियायती दर पर उपलब्ध कराती है।

    जो इसमें आवेदन करना चाहतें हैं उनको बता देना चाहतें हैं की प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY-G) के तहत सरकार ने आवेदन की अंतिम तारीख 30 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दी है। अब वे लोग भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं जो पहले किसी वजह से आवेदन नहीं कर पाए थे। आइये इस लेख के माध्यम से हम आपको इससे जुडी सारी महत्वपूर्ण बातें बतातें हैं।

    योजना में अब कब तक कर सकते हैं आवेदन

    आपको बता दें की इस प्रधान मंत्री आवास योजना में पहले जमीन के सर्वे की आखिरी तारीख 15 मई 2025 थी। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब आवेदन की नई आखिरी तारीख 30 दिसंबर 2025 कर दी गई है। इसका मतलब है कि लोगों के पास अब आवेदन करने के लिए कुछ महीने और हैं। लेकिन ध्यान रखें, सरकार का मकसद जल्दी से जल्दी अधिक से अधिक लोगों को घर देना है, इसलिए अगर आपने अभी तक आवेदन नहीं किया है तो जल्दी करें, वरना आपको इंतजार करना पड़ सकता है।

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    इसके लिए आवेदन कैसे करें – आवेदन प्रक्रिया

    सबसे पहले आपको अपने मोबाइल में “PMAY-G” ऐप डाउनलोड करना है। अब आपको अपना अपना आधार कार्ड की मदद से ई-केवाईसी करना है। ई-केवाईसी करने के बाद ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें। या फिर नजदीकी पंचायत कार्यालय जाकर भी आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करतें समय ध्यान रखें कोई भी गलती नहीं होनी चाहिए।

    इस योजना में आवेदन के लिए पात्रता लोग

    इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी शर्तें राखी गई हैं जो की कुछ इस प्रकार है। आवेदक के पास पक्का घर नहीं होना चाहिए। अगर आपके पास कार या बाइक है तो इसमें आवेदन नहीं कर सकतें। आपके पास किसान क्रेडिट कार्ड नहीं होना चाहिए। आवेदक या आवेदक के परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए। आपकी मासिक आमदनी ₹15,000 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, वरना आपका आवेदन को रद्द कर दिया जाएगा। एक और जरुरी बात आपका नाम 2011 की सामाजिक-आर्थिक जातीय जनगणना (SECC) में होना चाहिए।

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    योजना के तहत कितने पैसे मिलेगा

    घर बनाने के लिए पैसा मैदानी इलाके में ₹1,20,000 मिलता है और पहाड़ी इलाके में ₹1,30,000 मिलता है। आपको यह धन राशि तीन किश्तों में दी जाती है। पैसा मिलने के बाद आपको 1 साल के भीतर निर्माण पूरा करना होगा, वरना आपपर करवाई हो सकती है।